फिन्ना सिंह सिंचाई परियोजना को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना और एआईबीपी के अंतर्गत शामिल कर लिया गया है। इस प्रोजेक्ट का काम मार्च 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है, जिससे क्षेत्र में जल आपूर्ति में सुधार होगा और किसानों की उत्पादन क्षमता बढ़ेगी।
इस परियोजना के पूरा होने के बाद, नूरपुर और आसपास के क्षेत्रों में जल संकट की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी। साथ ही, यह परियोजना स्थानीय कृषि को बढ़ावा देगी और किसानों के लिए अधिक उपजाऊ भूमि का प्रबंधन करने में सहायक होगी। सरकार ने इस परियोजना को प्राथमिकता दी है ताकि क्षेत्र में स्थायी कृषि विकास हो सके।
इस सिंचाई प्रोजेक्ट से नूरपुर के हजारों लोगों को लाभ मिलेगा, खासकर उन किसानों को, जो अब तक पूरी तरह से बारिश पर निर्भर थे। सरकार द्वारा यहां एक बड़ा बांध बनाया जा रहा है, जो न केवल सिंचाई के लिए जल आपूर्ति करेगा बल्कि 1.88 मेगावाट बिजली का उत्पादन भी करेगा। बांध के अतिरिक्त पानी को संभालने के लिए डायवर्सन वेयर, लिंक नहर, टनल और मुख्य नहर के निर्माण के कार्य लगभग पूर्ण हो चुके हैं।
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि इस परियोजना में प्रदेश सरकार अब तक 300 करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर चुकी है, जबकि बाकी राशि केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी। यह परियोजना वर्ष 2011 में शुरू हुई थी, लेकिन बजट की कमी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। अब, सरकार ने इसे पुनर्जीवित किया है, और मार्च 2026 तक इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, जिससे क्षेत्र के किसानों को स्थायी लाभ प्राप्त हो सकेगा।