डलहौजी, हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में स्थित एक प्रसिद्ध हिल स्टेशन है। यह धौलाधार पर्वत श्रृंखला की बाहरी ढलानों पर बसा हुआ है। उत्तर भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक होने के कारण, डलहौजी हर साल बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है और भारत के लोकप्रिय हनीमून स्थलों में से भी एक है।
डलहौजी का नाम इसके संस्थापक, लॉर्ड डलहौजी के नाम पर रखा गया है। यह लगभग तेरह वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और इसके आस-पास बालून, पेत्रिन, कथलॉग, बकरोटा और तेहरा नामक पांच पहाड़ियाँ हैं। डलहौजी की ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 1,525 मीटर से 2,378 मीटर तक है। यह अपने प्राचीन चर्चों के लिए भी जाना जाता है, जिनमें से अधिकांश ब्रिटिश काल के दौरान निर्मित हुए थे।
डलहौजी के प्रमुख आकर्षण
सेंट एंड्रूज चर्च
सेंट एंड्रूज चर्च, जिसे चर्च ऑफ स्कॉटलैंड भी कहा जाता है, 1903 में निर्मित हुआ था। यह बालून में स्थित है और प्रोटेस्टेंट ईसाइयों से संबंधित है। डलहौजी बस स्टैंड से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस चर्च को हर पर्यटक देखना चाहता है।
सेंट फ्रांसिस चर्च
सेंट फ्रांसिस चर्च, जो सुभाष चौक में स्थित है, एक प्रसिद्ध ईसाई चर्च है। 1894 में निर्मित यह चर्च इंग्लैंड के एक प्रसिद्ध चर्च की प्रतिकृति मानी जाती है। यह चर्च पत्थर और कांच के जटिल कार्य वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करता है।
बकरोटा हिल्स
बकरोटा हिल्स, डलहौजी के पर्यटकों के बीच बहुत प्रसिद्ध हैं। यह समुद्र तल से लगभग 2,745 मीटर की ऊंचाई पर और डलहौजी शहर से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। बकरोटा हिल्स को ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए बेहतरीन माना जाता है। यहां से हिमालय के बर्फ से ढके पर्वत चोटियों का अद्भुत दृश्य देखा जा सकता है।
डैनकुंड
डैनकुंड, जो लगभग 2,745 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, डलहौजी के सबसे लोकप्रिय स्थलों में से एक है। यहां से साफ दिन में तीन नदियों, यानी रावी, ब्यास और चेनाब का मनमोहक दृश्य देखा जा सकता है। यह डलहौजी शहर से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
खज्जियार
खज्जियार, डलहौजी शहर से 27 किलोमीटर की दूरी पर और समुद्र तल से लगभग 2,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह भारत के सबसे सुंदर स्थलों में से एक है और हनीमून कपल्स के लिए पसंदीदा स्थान है। यहां एक छोटा सा झील है जो हरे-भरे मैदान के बीच में स्थित है और चारों ओर से सदाबहार देवदार के पेड़ों से घिरा हुआ है। इस जगह पर एक सुंदर मंदिर भी है।
कालाटॉप
कालाटॉप, डलहौजी शहर से लगभग 8.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस स्थान से आसपास के क्षेत्रों के मंत्रमुग्ध कर देने वाले दृश्य देखे जा सकते हैं। यह पहाड़ियों से घिरे हुए हरे-भरे खेतों का अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है। कालाटॉप समुद्र तल से लगभग 2,440 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
डलहौजी में ठहरने के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं, जिनमें बजट होटल से लेकर लग्जरी रिसॉर्ट्स तक शामिल हैं। इसके अलावा, यहां के स्थानीय बाजारों में शॉपिंग का अनुभव भी अद्वितीय है, जहां आप हिमाचली हस्तशिल्प, गर्म ऊनी कपड़े और स्थानीय उत्पाद खरीद सकते हैं।
डलहौजी में आप हिमाचली संस्कृति और रीति-रिवाजों को भी करीब से देख सकते हैं। यहां के स्थानीय त्योहार और मेले इस स्थान की सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाते हैं। कुल मिलाकर, डलहौजी एक ऐसी जगह है, जहां आपको प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विविधता और शांति का अद्भुत मेल मिलेगा।
अगर आप एक सुकून भरी छुट्टी की तलाश में हैं, तो डलहौजी आपके लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन है।