उच्च शिक्षा निदेशक ने शिक्षण कर्मचारियों की वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (एसीआर) समय पर जमा करने के संबंध में राज्य भर के सभी उप-निदेशकों को चेतावनी पत्र जारी किया है। इस निर्देश का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि एसीआर जमा करने की प्रक्रिया समयबद्ध और सुचारू रूप से हो, जिससे अधिकारियों की कार्यकुशलता का सही आकलन किया जा सके।
हिमाचल प्रदेश उच्च शिक्षा निदेशक ने शिक्षण कर्मचारियों की वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (एसीआर) समय पर जमा करने के लिए राज्य भर के सभी उप-निदेशकों को चेतावनी पत्र जारी किया है। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए कई एसीआर अब तक जमा नहीं किए गए हैं। निदेशक ने स्पष्ट किया कि जो अधिकारी जल्द से जल्द अपनी एसीआर जमा नहीं करेंगे, उनकी वार्षिक वेतन वृद्धि रोक दी जाएगी।
उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने बताया कि वर्तमान देरी का मुख्य कारण या तो एसीआर की शुरुआत न होना है या फिर संबंधित सरकारी कर्मचारियों द्वारा अधूरा स्व-मूल्यांकन। उन्होंने इस देरी को दूर करने के लिए तत्काल और सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। संस्थानों के प्रमुखों और उप-निदेशकों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि वर्ष 2020-21 से 2022-23 तक की सभी रिपोर्ट बिना किसी देरी के भेजी जाएं। साथ ही, वर्ष 2023-24 की एसीआर को सितंबर 2024 के अंत तक प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।
निदेशक ने चेतावनी दी है कि अनुपालन में किसी भी तरह की कमी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और इसके परिणामस्वरूप डिफाल्टर अधिकारियों की वार्षिक वेतन वृद्धि रोकी जा सकती है। उन्होंने एसीआर को वर्णानुक्रम में व्यवस्थित करने और आवश्यक विवरण, जैसे जन्म तिथि, नियुक्ति की तिथि, मोबाइल नंबर और डोजियर नंबर को शामिल करने की भी हिदायत दी है। साथ ही, सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और सभी से निर्धारित समय-सीमा का पालन करने की अपेक्षा की है।