जिला सिरमौर के नौहराधार में स्थित हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक की शाखा में उस समय अचानक अफरा-तफरी मच गई जब पुलिस की मौजूदगी में बैंक के आलाधिकारियों की टीम जांच के लिए पहुंची। जांच के दौरान टीम द्वारा एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। फिलहाल 4 करोड़ रुपये का गबन उजागर हुआ है, और यह राशि और भी बढ़ सकती है। अभी जांच जारी है। आलाधिकारियों द्वारा संबंधित सहायक प्रबंधक को निलंबित कर दिया गया है और उन्हें शिमला स्थानांतरित कर दिया गया है।
इस घोटाले की खबर से बैंक के ग्राहकों में भय और चिंता का माहौल है। लोगों का भरोसा टूटता नजर आ रहा है, और वे अपने खातों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। बैंक प्रबंधन ने आश्वासन दिया है कि सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और ग्राहकों के हितों की रक्षा की जाएगी।
बैंक में गबन के मामले का पता चलते ही पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। गबन की खबर के बाद भारी संख्या में लोग अपनी एफडी की रसीद लेकर बैंक पहुंच गए। हालांकि, बैंक अधिकारियों ने उपभोक्ताओं को विश्वास दिलाया कि उनका पैसा सुरक्षित है, जिसके बाद लोग शांत हुए।
मंगलवार को राज्य सहकारी बैंक के जिला प्रबंधक दर्शन पांडे के नेतृत्व में एक टीम ने नौहराधार बैंक शाखा का दौरा किया और जांच की। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि नौहराधार में तैनात सहायक प्रबंधक ने लोगों के बैंक खातों से लगभग 4 करोड़ रुपये का गबन किया है। जांच अभी भी जारी है, और गबन की राशि और बढ़ने की आशंका है।
इस घटना के बाद, बैंक के ग्राहकों में डर और अविश्वास का माहौल है। लोग अपने जमा धन को लेकर चिंतित हैं और बैंक की विश्वसनीयता पर सवाल उठा रहे हैं। बैंक प्रबंधन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और ग्राहकों के धन की पूरी सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही, बैंक ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।