चंडीगढ़-मनाली सड़क मार्ग पर मंडी से पंडोह तक चार स्थानों पर मलबा और पत्थर गिरने के कारण यातायात बाधित हो गया था। यह अवरोध रात करीब पौने दस बजे शुरू हुआ, जब 4 मील, 7 मील और अंत में 9 मील के पास मलबा गिरने से सड़क बंद हो गई। भारी बारिश और रात के अंधेरे के कारण सड़क बहाली का कार्य तत्काल रूप से नहीं हो सका। सुबह 5 बजे केएमसी कंपनी की मशीनें मार्ग को बहाल करने में जुट गईं और 11 घंटे बाद सुबह करीब पौने नौ बजे सड़क को पूरी तरह से चालू कर दिया गया।
हालांकि, सड़क को सामान्य स्थिति में लाने में मात्र 1 घंटे का समय लगना चाहिए था, लेकिन विभिन्न चुनौतियों के कारण इसमें साढ़े 3 घंटे का समय लग गया। पंडोह और औट के बीच नेशनल हाईवे अब खुला है, लेकिन द्योड नाला और जोगनी माता मंदिर के पास सड़क क्षतिग्रस्त और तंग हो गई है। इन स्थानों पर पुलिस वन वे ट्रैफिक पास करवा रही है, जिससे हल्के जाम लग रहे हैं।
मंडी और कल्लू के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों को नेशनल हाईवे की इन स्थितियों को ध्यान में रखते हुए यात्रा करनी चाहिए। इन क्षेत्रों में यात्रा करने से पहले स्थानीय ट्रैफिक अपडेट्स की जानकारी लेना और सुरक्षित मार्गों का चयन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। संबंधित अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की है कि वे धैर्य रखें और ट्रैफिक नियमों का पालन करें ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
इस प्रकार की घटनाएं आमतौर पर मानसून के मौसम में अधिक होती हैं, इसलिए इस दौरान पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। प्रशासन भी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए उचित कदम उठा रहा है। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है, और मार्ग को शीघ्र ही पूरी तरह से सुरक्षित बनाने के लिए निरंतर कार्यरत है।