जिला मुख्यालय हमीरपुर में एक पीजी हॉस्टल से संदिग्ध परिस्थितियों में तीसरी मंजिल से गिरकर नीट की कोचिंग ले रहे एक छात्र की मौत हो गई है। छात्र बिलासपुर के हटवाड़ क्षेत्र का निवासी था। इस घटना की जानकारी मिलते ही मृतक छात्र के परिजन भी सदर थाना हमीरपुर पहुंच गए हैं। यह घटना रविवार देर रात सामने आई। फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि छात्र ने आत्महत्या की या यह एक दुर्घटना थी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सभी संभावित पहलुओं पर ध्यान दे रही है।
छात्र को घायल अवस्था में मेडिकल कॉलेज लाया गया था और वहां से पीजीआई रेफर किया गया था, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। छात्र के परिजनों ने उसकी मौत पर गंभीर सवाल उठाए हैं। मृतक छात्र, आर्यन, की उम्र मात्र 15 साल थी और वह पिछले आठ महीनों से निजी कोचिंग संस्थान में पढ़ाई कर रहा था और गौड़ा के पीजी हॉस्टल में रह रहा था। इस दुखद घटना ने परिजनों और स्थानीय समुदाय में गहरी चिंता और शोक की लहर पैदा कर दी है।
मृतक छात्र आर्यन के पिता, सुनील, निवासी हटवाड़, ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से उनके बेटे को हॉस्टल में तंग किया जा रहा था। दो-तीन दिन पहले, बेटे ने फोन पर बताया था कि उसे सही से खाना नहीं दिया जा रहा है और उसे परेशान किया जा रहा है। सुनील ने आरोप लगाया कि उनके बेटे को आकाश संस्थान में कोचिंग लेते हुए पिछले आठ महीनों से निजी हॉस्टल में रखा गया था और अब इस मामले में दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि उनके पास बातचीत की फोन रिकॉर्डिंग है जिसमें आर्यन ने कहा था कि उसे ठीक से खाना नहीं मिल रहा और इसी कारण उसे तंग किया जा रहा था।
वहीं, छात्र के चाचा ने आरोप लगाया कि पीजी के मालिक ने बच्चे के हालात के बारे में जानकारी छुपाई। उनका कहना है कि पीजी में बच्चे के साथ मारपीट की गई और इसके चलते उसकी मौत हुई। उन्होंने पीजी के मालिक विकास के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
पीजी के मालिक विकास का कहना है कि बच्चे ने पिछले दो-तीन दिनों से उदासी जताई थी और घटना की रात पौने बारह बजे बच्चे के पिता से बातचीत के तुरंत बाद ही वह तीसरी मंजिल से गिर गया। गिरने के बाद आर्यन को मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार किया गया लेकिन उसकी मौत हो गई। एसपी हमीरपुर भगत सिंह ठाकुर ने कहा कि मामले की छानबीन की जा रही है।