ऊना में एक दुखद घटना में, एक सैनिक की पत्नी के बैंक खाते से शातिरों ने छह लाख रुपये की रकम उड़ा ली। यह मामला तब सामने आया जब महिला ने अपने खाते की जांच की और देखा कि बड़ी मात्रा में धनराशि गायब है।
इस घटना ने क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर चिंताओं को बढ़ा दिया है और लोग अब बैंकिंग सुरक्षा के प्रति अधिक जागरूक हो रहे हैं। पुलिस ने पीड़िता को आवश्यक सहायता और सलाह देने का आश्वासन दिया है।
ऊना के बंगाणा उपमंडल के अघलौर निवासी एक सैनिक की पत्नी, मोनिका शर्मा, के बैंक खाते से शातिरों ने छह लाख रुपये निकाल लिए। घटना की शुरुआत तब हुई जब महिला को एक फोन आया, जिसमें कहा गया कि उसका नंबर एयरटेल से जियो में पोर्ट किया गया है और उसे 24 घंटे के लिए अपना मोबाइल स्विच ऑफ रखना होगा।
मोनिका ने पुलिस को बताया कि शातिरों ने पहले उनके थानाकलां बैंक खाते से अढाई लाख रुपये रायपुर खाते में ट्रांसफर किए और फिर कुछ समय बाद वही पैसे वापस थानाकलां खाते में डाल दिए। जब रविवार को रिश्तेदारों ने मोनिका को फोन किया, तो फोन किसी बाहरी व्यक्ति ने उठाया और गलत जानकारी देकर कॉल काट दी।
इस घटना के बाद, जब मोनिका ने अपने खाते की जांच की, तो पता चला कि उसमें से अढाई लाख रुपये की शॉपिंग हो चुकी थी। मोनिका शर्मा ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई है, और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
सोमवार को मोनिका शर्मा ने थानाकलां पीएनबी शाखा में जाकर अपने बचे हुए पांच लाख रुपये की फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) करवाई। इसके बाद भी शातिरों ने उसके खाते से अढाई लाख रुपये का लोन ले लिया और एक लाख रुपये कैश निकाल लिए। जब महिला को इस धोखाधड़ी का पता चला, तो उसके होश उड़ गए। मोनिका ने इस मामले की शिकायत साइबर क्राइम में दर्ज करवाई है।
एएसपी ऊना सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि एक महिला के साथ ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है और पुलिस मामले की जांच में जुटी है
रविवार को मोनिका शर्मा के खाते में तीन बार लगातार ट्रांजेक्शन किए गए, जिसमें अढ़ाई लाख रुपये ऑनलाइन शॉपिंग के लिए खर्च कर दिए गए। जब बची रकम की FD होती है, तब भी शातिरों ने ऑनलाइन अढ़ाई लाख का कर्ज ले लिया।
- फोन नंबर की सुरक्षा: बैंक के अधिकारियों द्वारा मोनिका के खाते में दर्ज फोन नंबर को क्यों बंद नहीं किया गया? अगर हैकर ने एक बार खाते से पैसे निकाल लिए, तो उस फोन नंबर को तुरंत बंद करना चाहिए था।
- FD बनाने की प्रक्रिया: जब शातिर पहले ही पैसे निकाल चुके थे, तो फिर FD क्यों बनाई गई? यह बैंक कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है।
- एटीएम कार्ड का उपयोग: मोनिका के पास बैंक खाते का एटीएम कार्ड पड़ा हुआ था, लेकिन उसने हाल के दिनों में इसका उपयोग नहीं किया। फिर इतनी जल्दी उसके खाते का एटीएम कार्ड कैसे बनाया गया और कैसे शातिरों ने एटीएम द्वारा लेनदेन किया?
इन सभी सवालों ने घटना को और भी गंभीर बना दिया है, और लोग अब बैंकिंग सुरक्षा के प्रति अधिक जागरूक हो रहे हैं। पुलिस और बैंक अधिकारियों से इस मामले में त्वरित कार्रवाई की उम्मीद है।