हिमाचल प्रदेश के गोपालपुर चिड़ियाघर का कायाकल्प करने की योजना बनाई जा रही है। सरकार ने चिड़ियाघर में नए आवास, बेहतर बुनियादी ढांचे और आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने का निर्णय लिया है।
इस परियोजना के तहत चिड़ियाघर में जानवरों के लिए अधिक स्वाभाविक वातावरण तैयार किया जाएगा, जिससे उनकी देखभाल और कल्याण में सुधार होगा। इसके साथ ही, पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए नए आकर्षण भी जोड़े जाएंगे।
सरकार का लक्ष्य न केवल चिड़ियाघर की सुविधाओं को सुधारना है, बल्कि इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना भी है। इसके माध्यम से स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।
इस योजना के तहत कार्य जल्द ही शुरू होगा, और इससे स्थानीय समुदाय को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे।
जिला कांगड़ा के बनखंडी में बनने वाले अत्याधुनिक चिड़ियाघर की तर्ज पर गोपालपुर चिड़ियाघर का भी कायाकल्प किया जाएगा। हालांकि, जगह की कमी के चलते इसका विस्तार नहीं हो सकेगा, लेकिन व्यवस्थाओं को बेहतर और सुदृढ़ करने की योजना बनाई जा रही है।
चिड़ियाघर के जानवरों के बाड़ों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा ताकि विजिटर्स को आकर्षित किया जा सके। विशेष रूप से, भालू के लिए एक बेहतर बाड़ा बनाने की योजना है, जो उन्हें अधिक प्राकृतिक वातावरण में विचरण करने की सुविधा देगा।
गोपालपुर चिड़ियाघर के बंद होने की अफवाहों पर डीएफओ वाइल्ड लाइफ हमीरपुर रेजिनोल्ड रॉयस्टन ने स्पष्ट किया कि ऐसा कोई विचार नहीं है। चिड़ियाघर को बंद करने की चर्चा सिर्फ अफवाह है। इसके बजाय, रेस्क्यू सेंटर को बेहतर बनाने के लिए विभागीय उच्च अधिकारियों से बातचीत की गई है।
इस पहल के तहत, यहां एक बड़ा ऑपरेशन थिएटर और लैब स्थापित किया जाएगा, जहां कांगड़ा, बिलासपुर, हमीरपुर और पालमपुर से लाए गए जानवरों का उपचार किया जाएगा। चिड़ियाघर को और बेहतर बनाने की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं।