हिमाचल प्रदेश में 29 हाई स्कूलों और 25 वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों का विलय किया जाएगा। यह पहल शिक्षा के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने और संसाधनों को सुव्यवस्थित करने के लिए है, जिससे छात्रों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक बेहतर पहुंच सुनिश्चित की जा सके। यह विलय क्षेत्र में स्कूलिंग सिस्टम की दक्षता बढ़ाने के लिए एक व्यापक रणनीति का हिस्सा है।
हिमाचल प्रदेश में अब 29 हाई स्कूल और 25 वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों का विलय किया जाएगा
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने जानकारी दी है कि कम विद्यार्थियों वाली हाई और वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों का दर्जा घटाया जाएगा। इस संबंध में शिक्षा विभाग से प्रस्ताव मांगा गया है। जिन हाई स्कूलों में 15 से कम विद्यार्थी होंगे, उन्हें मिडल स्कूलों में शामिल किया जाएगा, और नवीं और दसवीं कक्षाओं को भी मिडल में लाया जाएगा। वहीं, जिन वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में 25 से कम विद्यार्थी होंगे, उन्हें हाई स्कूल में परिवर्तित किया जाएगा, जिसमें जमा एक और जमा दो की कक्षाएं शामिल की जाएंगी। इस दिशा में, शिक्षा मंत्री के निर्देश पर उच्च शिक्षा निदेशालय ने कम विद्यार्थियों वाले स्कूलों का ब्योरा एकत्रित कर सरकार को भेज दिया है।
हिमाचल प्रदेश में अब 29 हाई स्कूल और 25 वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों का विलय किया जाएगा। उच्च शिक्षा निदेशालय ने कम विद्यार्थी संख्या वाले इन स्कूलों का विवरण सरकार को सौंप दिया है। इन स्कूलों का दर्जा घटाकर मिडल और वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों का दर्जा बढ़ाकर हाई किया जाएगा। मर्ज किए जा रहे हाई स्कूलों में 15 और वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में 25 विद्यार्थियों की संख्या होगी। इस प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में लिया जाएगा।
बीते माह, सरकार ने पांच विद्यार्थियों से कम संख्या वाले 419 प्राइमरी और मिडल स्कूलों का विलय किया था। प्राइमरी स्कूलों को दो किलोमीटर और मिडल स्कूलों को तीन किलोमीटर के दायरे के स्कूलों में मर्ज किया गया। इसके अलावा, शून्य विद्यार्थी संख्या वाले 99 प्राइमरी और मिडल स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है। अब कम विद्यार्थियों वाली हाई और वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों के विलय की तैयारी की जा रही है।