कांगड़ा जिले के चंदुआ गांव के एक सैनिक का दिल्ली के आर्मी अस्पताल में निधन हो गया। सैनिक की बहन ने अपनी किडनी देकर उसे जीवनदान देने की कोशिश की, लेकिन बावजूद इसके उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। यह घटना सैनिक के परिवार के लिए गहरा दुख लेकर आई है और स्थानीय समुदाय में शोक की लहर फैल गई है।
लंज के साथ लगते देहरा विधानसभा क्षेत्र की पंचायत भटहेड के कतियाला (चंदुआ) गांव के 32 वर्षीय सैनिक अमित गुलेरिया का सोमवार को दिल्ली के आरआर अस्पताल (आर्मी अस्पताल) में निधन हो गया। अमित गुलेरिया 13 पंजाब रेजिमेंट हैदराबाद में नायक के पद पर तैनात थे। वे पिछले एक साल से किडनी की समस्या से जूझ रहे थे और दिल्ली के आर्मी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। अमित गुलेरिया अपने पीछे पिता सुरजीत गुलेरिया, माता सुनीता देवी, पत्नी पूजा देवी और दो बेटे रूद्रांश (4 साल) और दिवांश (ढाई साल) को छोड़ गए हैं।
मित गुलेरिया की बड़ी बहन, इंदू देवी, जो एक आर्मी जवान की पत्नी हैं और वर्तमान में अहमदाबाद में रह रही हैं, ने अपने छोटे भाई की जान बचाने के लिए एक महीने पहले अपनी एक किडनी दान की। हालांकि, इंदू की यह कुर्बानी भी अमित की जान को नहीं बचा सकी। परिवार वालों ने बताया कि अमित पिछले चार-पांच दिनों से अपनी बहन से मिलने की जिद कर रहा था। एक दिन पहले, जब इंदू अमित से मिलीं, उसके बाद ही अमित ने अंतिम सांस ली और बहन के सामने अपने प्राण त्याग दिए।
अमित गुलेरिया ने मार्च 2013 में भारतीय आर्मी में भर्ती होकर अपने कर्तव्यों की शुरुआत की थी और पिछले 12 वर्षों से आर्मी में सेवाएं दे रहे थे। उनकी पार्थिव देह आज रात तक उनके गांव पहुँचने की संभावना है, और कल ढोडण स्थित अंतिमधाम पर सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
अमित गुलेरिया के निधन पर देहरा की विधायक कमलेश ठाकुर, चंगर संघर्ष सेवा समिति के प्रधान जन्म सिंह गुलेरिया, पूर्व सैनिक लीग लंज के अध्यक्ष कैप्टन कपूर सिंह गुलेरिया, बीडीसी लंज प्रीतम सिंह, कैप्टन गुरमेश गुलेरिया, सूबेदार कुलवीर सिंह भंडारी और अन्य गण्यमान्य व्यक्तियों ने गहरा दुख प्रकट किया है।