कृषि हेल्पलाइन: मक्की की कटाई का सही समय जानें

कृषि हेल्पलाइन : कब करें मक्की की कटाई, क्लिक करें और जानें

धान:
धान में नाइट्रोजन की दूसरी और अंतिम मात्रा को टॉप ड्रेसिंग के रूप में 50-55 दिनों के बाद, अर्थात बाली बनने की प्रारंभिक अवस्था में डालें। उन्नत प्रजातियों के लिए 30 किलोग्राम नाइट्रोजन प्रति हेक्टेयर और सुगंधित प्रजातियों के लिए 15 किलोग्राम नाइट्रोजन प्रति हेक्टेयर की दर से प्रयोग करें।

मक्का:
मक्का की फसल में अधिक वर्षा होने की स्थिति में खेत से जल निकास का उचित प्रबंध करें। नर मंजरी निकलने की अवस्था और दाने की दूधियावस्था में सिंचाई विशेष महत्त्वपूर्ण है। यदि हाल में वर्षा न हुई हो या नमी की कमी हो, तो इस अवस्था में सिंचाई अवश्य करें।

मक्का के दानों की कटाई तब करें जब मुट्टों के ऊपर की पत्तियां सूखने लगें और दाना सख्त हो जाए। इस समय दानों में 25-30 प्रतिशत नमी रहती है।

लगोभी, बंदगोभी, गांठ गोभी और ब्रॉकली की फसल के लिए सुझाव

फूलगोभी:
प्रदेश के निचले पर्वतीय क्षेत्रों में फूलगोभी की दरम्याना किस्में जैसे पालम उपहार, इम्पूवड जापानीज, और मेघा की तैयार पौध की रोपाई करें। रोपाई से पूर्व खेत में 250 क्विंटल गोबर की गली सड़ी खाद, 235 किलोग्राम इफ्को (12:32:16) मिश्रण खाद, 54 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश, और 105 किलोग्राम यूरिया प्रति हेक्टेयर डालें। पिछेती किस्में जैसे पूसा स्नोवॉल 16, के-1, के.टी.-25, पूसा सुधा, और संकर किस्में जैसे श्वेता, 626, माधुरी, महारानी, लक्की, व्हाइट गोल्ड इत्यादि को उगाएं।

बंदगोभी:
बंदगोभी की किस्में जैसे प्राईड ऑफ इंडिया, गोल्डन एकड़, पूसा मुक्ता, और संकर वरूण, वहार इत्यादि की रोपाई करें।

गांठ गोभी:
गांठ गोभी की किस्में जैसे व्हाइट वियाना, पालम टैंडरनॉब, परपल वियाना इत्यादि की रोपाई करें।

ब्रॉकली:
ब्रॉकली की किस्में जैसे पालम समृद्धि, पालम हरीतिका, पालम कंचन, और पालम विचित्रा को उगाएं।

चाईनीज बंदगोभी:
चाईनीज बंदगोभी की किस्म पालमपुर ग्रीन की पनीरी दें।

नर्सरी पौध उगाने की विधि:
तीन मीटर लंबी, एक मीटर चौड़ी, और 10 से 15 सेंटीमीटर ऊंची क्यारी में 25 से 30 किलोग्राम सड़ी-गली गोबर की खाद, 240 ग्राम इफको (12:32:16), 20-25 ग्राम फंफूदनाशक इंडोफिल एम 45, और 10-15 ग्राम कीटनाशक (जैसे थीमेट या फोलीडॉल) को 5 सेंटीमीटर मिट्टी की उपरी सतह में मिलाएं। फिर, 5 सेंटीमीटर पंक्तियों की दूरी पर बीज की पतली लाइन में बिजाई करें।

पालक और मेथी की बिजाई:
पालक की किस्में जैसे पूसा हरित, पूसा भारती और मेथी की किस्म आई.सी. 74, पालम सौम्या, और पूसा कसूरी की बिजाई पंक्तियों में 25-30 सेंटीमीटर की दूरी पर करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *