कांगड़ा जिले में होटल उद्योग में ऑक्यूपेंसी दर में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है। निगम के होटलों में 70% ऑक्यूपेंसी दर्ज की गई है, जबकि निजी होटलों में यह आंकड़ा 40% है।
यह वृद्धि पर्यटन के बढ़ते प्रवाह और स्थानीय आकर्षणों की लोकप्रियता को दर्शाती है। स्थानीय प्रशासन और होटल प्रबंधन ने पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं और सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रयास किए हैं, जिससे इन आंकड़ों में सुधार संभव हुआ है।
पर्यटकों की सुरक्षा और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए, होटल मालिकों ने स्वास्थ्य और सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित किया है। इस सकारात्मक ट्रेंड से स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलने की उम्मीद है।
धर्मशाला की पर्यटन नगरी मैक्लोडगंज में वीकेंड पर पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है। बरसात के बाद साहसिक खेल गतिविधियों का आरंभ होने से और आगामी त्योहारी सीजन के मद्देनजर होटल कारोबारियों को अच्छी कमाई की उम्मीद है।
इस वीकेंड पर पर्यटन निगम के होटलों में ऑक्यूपेंसी 70 प्रतिशत तक पहुंच गई, जबकि निजी होटलों में यह आंकड़ा 40 प्रतिशत रहा। यह आंकड़े जुलाई और अगस्त में बरसात के कारण हुई गिरावट के बाद एक सकारात्मक बदलाव का संकेत देते हैं।
स्थानीय व्यवसायों और होटल मालिकों के लिए यह एक अच्छा मौका है, क्योंकि पर्यटकों की बढ़ती संख्या से न केवल कारोबार बढ़ेगा, बल्कि क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।
चलते फिर से रफ्तार पकड़ने लगा है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ट्रैकिंग और पैराग्लाइडिंग जैसी साहसिक गतिविधियों के फिर से शुरू होने से बाहरी राज्यों के पर्यटक भी मैक्लोडगंज का रुख कर रहे हैं।
इस वीकेंड पर अधिकांश पर्यटक पंजाब और हरियाणा से आए, जबकि दिल्ली, राजस्थान और अन्य राज्यों से भी सैलानियों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिली। यह स्थिति होटल कारोबारियों के लिए आशा की किरण है, क्योंकि इससे उनकी आय में सुधार होने की उम्मीद है।
पर्यटकों के बढ़ते आगमन से स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी फायदा होगा, जिससे क्षेत्र की समग्र विकास की दिशा में सकारात्मक कदम बढ़ेंगे।
क्लोडगंज स्थित पर्यटन निगम के होटलों में इस बार वीकेंड पर करीब 70% ऑक्यूपेंसी देखी गई है। एजीएम नवदीप थापा के अनुसार, यह आंकड़ा एक सकारात्मक संकेत है, जो बढ़ते पर्यटकों की संख्या को दर्शाता है।
वहीं, होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्वनी बांबा ने बताया कि निजी होटलों में इस वीकेंड पर लगभग 40% ऑक्यूपेंसी रही। आम दिनों में यह दर 15 से 20% के बीच रहती है।
यह स्थिति दर्शाती है कि बरसात के बाद पर्यटकों की चहल-कदमी में तेजी आई है, और होटल व्यवसायियों को त्योहारों के मौसम में बेहतर कारोबार की उम्मीद है।