नालागढ़ थाने में दंपत्ति के साथ मारपीट और प्रताड़ना के मामले में एसआईटी ने एक और पुलिसकर्मी को गिरफ्तार कर लिया है। पूर्व एसएचओ को धर्मशाला से पकड़ा गया और सोमवार शाम को नालागढ़ कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
यह इस मामले में दूसरी गिरफ्तारी है; इससे पहले महिला हैड कांस्टेबल को भी गिरफ्तार किया गया था। अभी भी डीएसपी और अन्य तीन पुलिसकर्मी फरार हैं, जिनकी तलाश के लिए एसआईटी लगातार दबिश दे रही है।
सूत्रों के अनुसार, पूर्व एसएचओ ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी, जो 13 सितंबर को खारिज कर दी गई। इसके बाद सोमवार को उसने एसआईटी के सामने आत्मसमर्पण किया, जिसे एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया और नालागढ़ कोर्ट में पेश किया।
इस मामले में 27 दिसंबर, 2023 को हाई कोर्ट के आदेश पर भारतीय दंड संहिता की धारा 330, 331, 354, 294, 509, और 506 के तहत छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इन सभी पर आरोप है कि रिमांड के दौरान उन्होंने दंपत्ति को थर्ड डिग्री टॉर्चर किया।
महिला हैड कांस्टेबल और इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी के बाद अब एसआईटी को डीएसपी लखबीर, सब-इंस्पेक्टर अशोक राणा, कांस्टेबल सुनील, और एएसआई कल्याण की तलाश है। सभी आरोपी पुलिसकर्मी ड्यूटी से गायब हैं और गिरफ्तारी से बचने के प्रयास में हैं। राज्य उच्च न्यायालय के सामने प्रस्तुत रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि पुलिसकर्मियों ने थाने के अंदर 39 दिन की सीसीटीवी फुटेज भी हटा दी थी।
शिकायतकर्ता दंपत्ति के खिलाफ भी जबरन वसूली और जाली सर्टिफिकेट के मामले में कार्रवाई चल रही है। एएसपी प्रवीण धीमान ने पुष्टि की है कि दंपत्ति के साथ मारपीट के मामले में पूर्व एसएचओ को धर्मशाला से गिरफ्तार किया गया है और उसे नालागढ़ कोर्ट में पेश किया गया है, जहां से उसे तीन दिन का पुलिस रिमांड मिला है।