शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार नशे की समस्या से निपटने के लिए ‘नशा मुक्त हिमाचल अभियान’ शुरू करने जा रही है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बताया कि यह राज्यव्यापी अभियान नशे की रोकथाम, नशा करने वालों की पहचान और लत से पीड़ित लोगों के पुनर्वास पर केंद्रित होगा। उन्होंने कहा कि नशा एक गंभीर समस्या है, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य, सामाजिक स्थिरता और आर्थिक कल्याण को प्रभावित करती है।
अभियान में शिक्षा, स्वास्थ्य, पुलिस, युवा सेवा, और ग्रामीण विकास जैसे विभिन्न सरकारी विभाग शामिल होंगे। स्थानीय निकायों, जैसे पंचायतें और गैर-सरकारी संगठन, जागरूकता फैलाने में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। अभियान के तहत नशे की आपूर्ति को नियंत्रित करने और इसकी मांग को कम करने के लिए रणनीतियाँ बनाई जा रही हैं।
सरकार नशे के पीड़ितों के लिए सरकारी अस्पतालों में परामर्श केंद्र स्थापित करेगी, जहां उपचार की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। मुख्यमंत्री ने नशीले पदार्थों से संबंधित अपराधों की रोकथाम के लिए विशेष प्रयासों की बात भी की और एक सलाहकार बोर्ड के गठन की जानकारी दी, जो अभियान को मार्गदर्शन प्रदान करेगा।