हिमाचल प्रदेश के नेशनल हाईवे पर यात्रा करना एक अद्भुत अनुभव है। यहां की खूबसूरत प्राकृतिक छटा, पहाड़ी रास्ते और ताज़ी हवा यात्रियों को सुकून प्रदान करते हैं।
जैसे ही आप एनएच पर आगे बढ़ते हैं, चारों ओर हरे-भरे पहाड़, नीला आसमान और ठंडी हवा आपको ताज़गी का अहसास कराते हैं। खासकर सुबह के समय, जब सूरज की किरणें पहाड़ियों पर चमकती हैं, तो यह दृश्य मनमोहक हो जाता है।
यात्रा के दौरान रास्ते में पड़ने वाले छोटे-छोटे ढाबों और स्थानीय खाने का स्वाद लेना भी एक खास अनुभव है। यहां की पारंपरिक मिठाइयों और खास खाने का आनंद लेना न भूलें।
हिमाचल प्रदेश के नेशनल हाईवे को भविष्य में सुकूनदायक सफर और ऑक्सीजन प्रदान करने के लिए तैयार किया जा रहा है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के निर्देश पर फोरलेन के किनारे पीपल के पेड़ लगाने की योजना बनाई है।
इस मुहिम के तहत “पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत समूचे नेशनल हाईवे के आसपास खाली जमीन पर पौधरोपण किया जा रहा है। मंगलवार को एक ही दिन में 1430 विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए गए, जिसमें स्थानीय प्रजातियों जैसे पीपल, जैक रन, बान, सीसम, अर्जुन, कदम और जामुन शामिल हैं।
एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी अजय सिंह भरगोटी ने बताया कि यह पहल भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि कैंथलीघाट प्रोजेक्ट में पौधरोपण के साथ इस कार्यक्रम का आगाज हुआ। इस अवसर पर प्रोजेक्ट डायरेक्टर आनंद कुमार दहिया और अन्य प्रमुख अधिकारी मौजूद थे।
इस अभियान से न केवल पर्यावरण को सहेजा जाएगा, बल्कि यात्रियों को ताज़गी और ऑक्सीजन की सुविधा भी मिलेगी।