हिमाचल प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और विधायक विपिन सिंह परमार ने संजौली प्रकरण को लेकर कांग्रेस सरकार की कड़ी आलोचना की है। परमार ने कहा कि भाजपा आम जनता पर लाठी चार्ज के खिलाफ है और कांग्रेस की सरकार को पूरी तरह निकम्मी करार दिया। उनके अनुसार, यह सरकार किसी भी तनावपूर्ण परिस्थिति को संभालने में पूरी तरह विफल रही है।
विपिन परमार ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की सरकार और उसके नेता एक सोचे-समझे एजेंडे पर काम कर रहे हैं और जनता को परेशान करने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि संजौली में आंदोलनकारी नागरिकों पर लाठी चार्ज किया गया, पानी की बौछार की गई, और आम लोगों को भी बिना वजह परेशान किया गया। परमार ने कहा कि यह व्यवहार न्यायपूर्ण नहीं है और भाजपा इस नकारात्मक एजेंडे का विरोध करती है।
उन्होंने कांग्रेस की सरकार को जनविरोधी और असफल बताते हुए कहा कि कांग्रेस का असली चेहरा अब जनता के सामने उजागर हो चुका है। विपिन परमार ने भाजपा की ओर से संजौली में घायल लोगों के प्रति संवेदनशीलता व्यक्त की और पार्टी की ओर से आंदोलन के समर्थन की बात की।
शिमला के संजौली क्षेत्र में हिंदू संगठनों द्वारा किए गए बड़े प्रदर्शन के बाद पूरे प्रदेश में पुलिस अलर्ट पर है। विशेषकर सोलन और शिमला में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस प्रशासन ने किसी भी संभावित हिंसा को रोकने के लिए पहले से ही मजबूत कदम उठाए हैं और जगह-जगह नाकाबंदी की गई है।
सोलन के चंबाघाट क्षेत्र में पुलिस ने नाकाबंदी की है, जहां से गुजरने वाले सभी छोटे और बड़े वाहनों की गहनता से जांच की जा रही है। चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे 5 पर हर वाहन की चेकिंग की जा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसी भी वाहन में आपत्तिजनक सामग्री न हो, जो प्रदर्शन के दौरान हिंसा का कारण बन सकती है।
सुरक्षा के मद्देनजर, पुलिस ने बड़ी संख्या में बल तैनात किए हैं और हाईवे पर हर गतिविधि पर पैनी निगाह रखी जा रही है। पुलिस प्रशासन ने सभी से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें और कानून-व्यवस्था का पालन करें, ताकि स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके और कोई अप्रिय घटना न हो।