संजौली कॉलेज में आज शिक्षकों और छात्रों के बीच हुई झड़प के कारण पूरे कैंपस को खाली कराया गया। घटना के चलते कोई भी क्लास नहीं लग पाई।
सूत्रों के अनुसार, विवाद का कारण छात्रों और शिक्षकों के बीच एक मुद्दे को लेकर बढ़ा तनाव था। झड़प के बाद कॉलेज प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी छात्रों को कैंपस से बाहर निकाल दिया।
अब प्रशासन इस मामले की जांच कर रहा है और स्थिति को सामान्य करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। सभी छात्रों से अपील की गई है कि वे शांति बनाए रखें।
शुक्रवार को शिमला के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस संजौली कॉलेज में छात्र संघ और शिक्षकों के बीच झड़प हुई। इस घटना के बाद, शिक्षकों ने नॉन-टीचिंग डे घोषित कर दिया और कक्षाएं बंद कर दीं, जिससे छात्रों को कैंपस खाली करने का निर्देश दिया गया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करते हुए कैंपस को खाली करा दिया।
बताया जा रहा है कि गुरुवार सुबह कॉलेज में एक छात्रा के साथ छेड़छाड़ की घटना हुई थी। इसके बाद, एसएफआई के छात्रों ने कॉलेज के वूमन सेल में जाकर आरोपी छात्र के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। वूमन सेल की कन्वीनर भारती शर्मा और पूर्णिमा थापा ने छात्रों को आश्वासन दिया कि आरोपी छात्र के माता-पिता को अगले दिन कॉलेज बुलाया जाएगा और उचित कार्रवाई की जाएगी।
आज सुबह जब आरोपी छात्र के माता-पिता कॉलेज नहीं आए, तो एसएफआई छात्र संगठन ने वूमन सेल कमेटी के सामने अपनी बात रखी। इसके बाद वूमन सेल कमेटी ने एसएफआई के सदस्यों को परिसर से बाहर निकाल दिया।
इसके बाद, एसएफआई के सदस्य कॉलेज की प्रिंसिपल के ऑफिस में धरना-प्रदर्शन करने की अनुमति मांगने पहुंचे। लेकिन प्रिंसिपल ने उन्हें धरना करने की अनुमति नहीं दी और छात्रों को ऑफिस में आने से मना कर दिया।
इस बीच, आरोप है कि एसएफआई के डिस्ट्रिक्ट सेक्रेटरी को एक अध्यापक ने थप्पड़ मारा और उनके साथ खींचातानी की। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा। पुलिस ने संजौली कॉलेज के एसएफआई सदस्यों, प्रवेश, अंशुल, वीनस और रितिक को पूछताछ के लिए लक्कड़ बाजार पुलिस थाना ले जाया।