हाल के दिनों में सेक्सटॉर्शन के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। यह एक प्रकार का ऑनलाइन धोखाधड़ी है जिसमें अपराधी किसी को अश्लील सामग्री भेजने के लिए मजबूर करते हैं या उन्हें ब्लैकमेल करते हैं। सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी और सामग्री साझा करते समय सतर्क रहना बेहद जरूरी है।
यहां कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां दी गई हैं:
- अज्ञात संपर्कों से सावधान रहें: अगर कोई अज्ञात व्यक्ति आपसे व्यक्तिगत या संवेदनशील जानकारी मांगता है, तो सतर्क रहें और ऐसी सूचनाएं साझा करने से बचें।
- सुरक्षित सेटिंग्स का उपयोग करें: अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स की गोपनीयता सेटिंग्स को कस्टमाइज करें ताकि केवल आपके जानकार लोग ही आपकी जानकारी देख सकें।
- संदेहास्पद लिंक और संदेशों से बचें: किसी भी संदिग्ध लिंक या संदेश पर क्लिक न करें, खासकर जब वे आपको व्यक्तिगत जानकारी साझा करने के लिए कहें।
- अपने डेटा को सुरक्षित रखें: मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें और नियमित रूप से अपने पासवर्ड बदलें।
- अपनी सामग्री पर नियंत्रण रखें: अपनी व्यक्तिगत जानकारी और सामग्री को सीमित रखें और केवल विश्वसनीय लोगों के साथ साझा करें।
- सोशल मीडिया पर मिलने वाली सुपर फ्रेंडली महिलाओं से सावधान रहें, खासकर जब आप इंस्टाग्राम, टिंडर या फेसबुक पर उनसे संपर्क करते हैं। ये महिलाएं अक्सर एक गिरोह की सदस्य हो सकती हैं, जो पूरे उत्तर भारत में लोगों को यौन सामग्री के माध्यम से लक्षित करती हैं और फिर पैसे की मांग करती हैं ताकि उनका वीडियो सार्वजनिक प्लेटफार्मों पर न दिखाया जाए।
सेक्सटॉर्शन के अधिकतर मामलों में पीड़ित पुलिस से संपर्क नहीं करते और शातिरों द्वारा मांगी गई राशि का भुगतान कर देते हैं। आमतौर पर, एक महिला वीडियो कॉल में शामिल होती है, लेकिन कनेक्शन होने के बाद वीडियो चैट के लिए दबाव डाला जाता है। अक्सर महिलाएं गिरोह की सदस्य होती हैं, लेकिन कई बार पुरुष भी अपनी पहचान छुपाने के लिए सॉफ्टवेयर और एप्लिकेशन का उपयोग करते हैं।
इसके बाद, अपराधी अभद्र बातचीत शुरू करते हैं। पीड़ितों की प्रतिक्रिया चाSet featured imageहे जैसी हो, स्क्रीनशॉट को मॉर्फ करके यह दिखाया जाता है कि वे भद्दी हरकतों में शामिल हैं। आरोपी अक्सर छोटी राशि, जैसे 10,000 रुपए, की मांग से शुरू करते हैं और इसे धीरे-धीरे बढ़ाते हैं।
सेक्सटॉर्शन के बढ़ते मामलों को लेकर साइबर सेल शिमला ने एडवाइजरी जारी की है। डीआईजी साइबर क्राइम मोहित चावला ने बताया कि पंजीकृत मामलों की संख्या अपेक्षाकृत कम है, क्योंकि कई शिकायतकर्ता मामले को आगे नहीं बढ़ाना चाहते। सोशल मीडिया पर स्पष्ट वीडियो चैट के लिए संपर्क करने और फिर ब्लैकमेल करने के मामलों की संख्या बढ़ रही है।
इस तरह के मामलों से बचने के लिए सतर्क रहना और उचित सुरक्षा उपायों का पालन करना महत्वपूर्ण है। यदि आप किसी सेक्सटॉर्शन का शिकार हो गए हैं, तो तुरंत संबंधित प्राधिकृत प्राधिकरण या पुलिस से संपर्क करें।