शिमला में प्रस्तावित रोप-वे परियोजना के लिए टेंडर की प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है। इस परियोजना का उद्देश्य शिमला शहर में यातायात को बेहतर और सुविधाजनक बनाना है। यह रोप-वे पर्यटन को भी बढ़ावा देगा और स्थानीय निवासियों के लिए यात्रा को आसान बनाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शिमला रोप-वे परियोजना का टेंडर [तारीख] को जारी किया जाएगा। इसके लिए इच्छुक कंपनियों को अपनी निविदाएं जमा करने की अंतिम तिथि [अंतिम तिथि] होगी। इस परियोजना के तहत, रोप-वे की लंबाई और क्षमता को ध्यान में रखते हुए विभिन्न तकनीकी और वित्तीय पहलुओं पर विचार किया जाएगा।
रोप-वे परियोजना का उद्देश्य शिमला शहर की प्रमुख पहाड़ियों और पर्यटन स्थलों के बीच एक सुविधाजनक कनेक्शन स्थापित करना है। यह न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजमर्रा की यात्रा को भी आसान बनाएगा। परियोजना के टेंडर के साथ ही प्रक्रिया की आगामी चरणों की जानकारी भी उपलब्ध कराई जाएगी।
शिमला शहर में 1734.40 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले रज्जू मार्ग परियोजना के संबंध में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री से न्यू डिवेलपमेंट बैंक के तीन सदस्यीय दल ने हाल ही में मुलाकात की। यह दल शिमला, धर्मशाला और मनाली में 10 सितंबर से 5 दिवसीय फैक्ट-फाइंडिंग मिशन पर है, जो शिमला नवाचार शहरी परियोजना के लिए ऋण प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि शिमला में 15 स्टेशनों को जोड़ने वाला 13.79 किलोमीटर लंबा रज्जू मार्ग परियोजना 1 मार्च 2025 से शुरू होगी और इसे चार वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह परियोजना शिमला में यातायात की समस्या के स्थायी समाधान, स्थानीय लोगों और पर्यटकों को बेहतर यातायात सुविधा, और कार्बन उत्सर्जन को कम करने में महत्वपूर्ण साबित होगी।
मुकेश अग्निहोत्री ने न्यू डिवेलपमेंट बैंक के प्रतिनिधियों टोनी नकूना, गर्वित शाह, और चरमेन काजामूला को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार ऋण से जुड़ी सभी आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा करेगी। रज्जू मार्ग के निर्माण के लिए भूमि की आवश्यकता सहित सभी औपचारिकताओं को शीघ्र पूरा किया जाएगा, और परियोजना के निर्माण के लिए निविदाएं दिसंबर 2024 तक आमंत्रित की जाएंगी।