सोलन में प्रवासियों ने अपने गृह क्षेत्रों में सत्यापन की मांग उठाई है। प्रवासी श्रमिकों का कहना है कि यह प्रक्रिया उनके अधिकारों और सुरक्षा के लिए आवश्यक है।
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि बिना सत्यापन के प्रवासियों की संख्या में बढ़ोतरी से कई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं, जैसे कि संसाधनों पर दबाव और सामाजिक असंतुलन।
प्रवासी समुदाय ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि वे इस सत्यापन प्रक्रिया को जल्द लागू करें ताकि उनकी पहचान स्पष्ट हो सके और उन्हें सही तरीके से सहायता मिल सके।
इस मांग के पीछे सुरक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक न्याय जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, जिन पर प्रशासन को ध्यान देने की आवश्यकता है।
दाड़लाघाट (सोलन) में हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने हिंदू समाज को जागरूक करने के उद्देश्य से शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। इस दौरान स्थानीय लोगों ने हनुमान चालीसा का पाठ भी किया।
प्रदर्शन में कार्यकर्ताओं ने बिना पंजीकरण रह रहे बाहरी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और सरकार व स्थानीय प्रशासन से सहयोग की अपील की। मंच के संयोजक संजीव शर्मा, सह संयोजक महेंद्र शर्मा, राकेश गौतम, जगदीश्वर शुक्ला और पंचायत उपप्रधान हेमराज ठाकुर ने प्रवासियों की जांच की आवश्यकता पर जोर दिया।
संबोधित वक्ताओं ने कहा कि बाहरी लोगों की उपस्थिति से स्थानीय व्यापार को नुकसान हो रहा है। उन्होंने सरकार और प्रशासन से अपील की कि बिना पंजीकरण रहने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और प्रवासियों का गृह क्षेत्र से सत्यापन किया जाए।
स्थानीय निवासियों को भी यह सलाह दी गई कि वे किराए पर लेने से पहले बाहरी लोगों का सत्यापन अवश्य कराएं। इस प्रकार का जागरूकता अभियान क्षेत्र की सुरक्षा और सामाजिक संतुलन को बनाए रखने में सहायक होगा।