संजौली प्रकरण को लेकर हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ नेता विपिन परमार ने कांग्रेस सरकार पर तीखी आलोचना की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार किसी भी तनावपूर्ण स्थिति को संभालने में पूरी तरह से विफल रही है। परमार ने कांग्रेस पर यह भी आरोप लगाया कि वे अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में नाकाम रहे हैं और राज्य की समस्याओं के प्रति उनकी अनदेखी साफ झलक रही है।
संजौली क्षेत्र में हाल ही में उत्पन्न तनावपूर्ण स्थिति को लेकर परमार ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि सरकार की निष्क्रियता और अपर्याप्त कार्रवाई के कारण स्थिति और भी बिगड़ी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार ने स्थिति को संभालने के लिए आवश्यक कदम उठाने में कोताही की है, जिससे लोगों में असंतोष और असुरक्षा का माहौल बन गया है।
विपिन परमार ने कांग्रेस सरकार से मांग की है कि वे अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लें और जल्द से जल्द स्थिति को नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाएं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की असफलताओं के कारण जनता को लगातार समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और समय पर समाधान न मिलने की स्थिति में लोग और भी परेशान हो सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और विधायक विपिन सिंह परमार ने संजौली प्रकरण को लेकर कांग्रेस सरकार की कड़ी आलोचना की है। परमार ने कहा कि भाजपा आम जनता पर लाठी चार्ज के खिलाफ है और कांग्रेस की सरकार को पूरी तरह निकम्मी करार दिया। उनके अनुसार, यह सरकार किसी भी तनावपूर्ण परिस्थिति को संभालने में पूरी तरह विफल रही है।
विपिन परमार ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की सरकार और उसके नेता एक सोचे-समझे एजेंडे पर काम कर रहे हैं और जनता को परेशान करने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि संजौली में आंदोलनकारी नागरिकों पर लाठी चार्ज किया गया, पानी की बौछार की गई, और आम लोगों को भी बिना वजह परेशान किया गया। परमार ने कहा कि यह व्यवहार न्यायपूर्ण नहीं है और भाजपा इस नकारात्मक एजेंडे का विरोध करती है।
उन्होंने कांग्रेस की सरकार को जनविरोधी और असफल बताते हुए कहा कि कांग्रेस का असली चेहरा अब जनता के सामने उजागर हो चुका है। विपिन परमार ने भाजपा की ओर से संजौली में घायल लोगों के प्रति संवेदनशीलता व्यक्त की और पार्टी की ओर से आंदोलन के समर्थन की बात की।