हाल ही में एक पहाड़ी क्षेत्र में पत्थर गिरने की घटना ने यात्रियों को हड़कंप में डाल दिया। जब यात्रियों ने पत्थर गिरने की आवाज सुनी, तो उन्होंने तेजी से भागकर अपनी जान बचाई। ऐसे क्षणों में सावधानी और त्वरित प्रतिक्रिया बेहद महत्वपूर्ण होती है।
इस प्रकार की घटनाएं, खासकर बरसात के मौसम में, पहाड़ी क्षेत्रों में आम हैं। स्थानीय प्रशासन और सड़क निर्माण एजेंसियों को सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की आवश्यकता है, जैसे कि चेतावनी साइन बोर्ड और सुरक्षा बैरिकेड्स। यात्रियों को भी हमेशा सतर्क रहने और स्थानीय सलाहों का पालन करने की सलाह दी जाती है।
गुरुवार सुबह किन्नौर जिले के मालिंग नाला के पास अचानक पहाड़ी से भारी मात्रा में पत्थर गिरने से यात्री अपनी जान बचाने में सफल रहे। गनीमत रही कि चीख-पुकार के बाद लोग सुरक्षित स्थान पर भागने में कामयाब हुए, वरना स्थिति गंभीर हो सकती थी।
बता दें कि एनएच-505, जो किन्नौर के ऊपरी क्षेत्र चांगो, शलखर, समधु और स्पीति को जोड़ता है, पिछले बुधवार रात से पत्थर गिरने के कारण अवरुद्ध था। इस दौरान मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें भी देखी गईं।
सीमा सड़क संगठन के अधिकारी राकेश ने बताया कि मार्ग अवरुद्ध था, लेकिन गिरे पत्थरों से किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है। उन्होंने आश्वासन दिया कि अवरुद्ध मार्ग को बहाल करने का कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा।