भारत सरकार के विशेष तकनीकी दल ने हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में प्राकृतिक जल स्रोत संगणना ऐप की पायलट टेस्टिंग की। इस परीक्षण में भागसूनाग, धर्मकोट और जूल में जल निकायों, भूजल, सतही जल और स्प्रिंग योजनाओं का आकलन किया गया। जलशक्ति मंत्रालय द्वारा चार राज्यों को इस पायलट प्रोजेक्ट के लिए चुना गया है, जिसका उद्देश्य जल संसाधनों के प्रबंधन में सुधार लाना है। परीक्षण के दौरान तकनीकी दल ने स्थानीय ग्रामीणों से संवाद स्थापित कर योजनाओं की स्थिति का विश्लेषण किया और सुधार हेतु सुझाव दिए।
इस पायलट परीक्षण के दौरान टीम ने क्षेत्र के जल संसाधनों की स्थिरता और संरक्षण की दिशा में विभिन्न तकनीकी पहलुओं पर गहन निरीक्षण किया। दल ने जल स्रोतों में आ रही चुनौतियों की पहचान करते हुए स्थानीय समुदाय को जागरूक बनाने पर जोर दिया, जिससे जल संरक्षण में सामूहिक भागीदारी सुनिश्चित हो सके। साथ ही, दल ने जल निकायों के पुनरोद्धार के लिए सुझाव प्रस्तुत किए, जो लंबे समय तक जल की उपलब्धता और स्वच्छता को बनाए रखने में सहायक होंगे।