त्योहारों के अवसर पर खरीदारी बढ़ जाती है, और इस दौरान दुकानदारों और ग्राहकों के बीच पारदर्शिता बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि 500 रुपए की खरीद पर ग्राहक को पक्का बिल लेना अनिवार्य होगा।
क्या है पक्का बिल?
पक्का बिल, जिसे आमतौर पर चालान या रसीद कहा जाता है, ग्राहकों को यह सुनिश्चित करता है कि उन्होंने अपनी खरीद पर उचित कर चुकाया है। यह न केवल ग्राहकों के अधिकारों की सुरक्षा करता है, बल्कि दुकानदारों के लिए भी यह एक कानूनी दस्तावेज है, जो उन्हें टैक्स चोरी से बचाता है।
त्योहारों में टैक्स चोरी पर कार्रवाई
त्योहारों के दौरान बंपर सेल के चलते कई व्यापारी टैक्स चोरी की प्रवृत्ति में संलिप्त हो सकते हैं। सरकार ने स्पष्ट किया है कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी। यदि किसी ग्राहक को पक्का बिल नहीं दिया जाता है, तो वह इसकी शिकायत कर सकता है, और संबंधित दुकानदार पर जुर्माना लगाया जा सकता है।
ग्राहकों के लिए सुझाव
- हर खरीद पर बिल लें: 500 रुपए से अधिक की खरीद पर हमेशा पक्का बिल मांगें।
- जागरूक रहें: दुकानदारों से अपने अधिकारों के बारे में जानें और सुनिश्चित करें कि वे नियमों का पालन कर रहे हैं।
- शिकायत करें: अगर किसी दुकानदार द्वारा बिल देने में आनाकानी की जाती है, तो संबंधित अधिकारियों को सूचित करें।