मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बताया कि कांगड़ा जिले के देहरा विधानसभा क्षेत्र में बनखंडी में बनने वाला ‘दुर्गेश अरण्य प्राणी उद्यान’ भारत का पहला चिड़ियाघर होगा, जिसे सतत् और पर्यावरण अनुकूल नवाचार के लिए इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (IGBC) से प्रमाणन प्राप्त हुआ है। इस परियोजना को आधिकारिक रूप से IGBC के साथ पंजीकृत किया गया है, और इसमें पर्यावरणीय मानकों के अनुसार भवन और परिदृश्य प्रमाणन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार पर्यावरण संरक्षण और पारिस्थितिक संतुलन को ध्यान में रखते हुए विकास कर रही है, और IGBC प्रमाणन प्रक्रिया इस प्रतिबद्धता को दर्शाती है। दुर्गेश अरण्य पार्क न केवल पर्यटन के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा, बल्कि यह संरक्षण और नवाचार का एक बेहतरीन उदाहरण भी होगा।
इस परियोजना का पहला चरण 230 करोड़ रुपये की लागत से 25 हेक्टेयर भूमि में स्थापित किया जाएगा, और इसका पूरा होना 2025 की तीसरी तिमाही में संभावित है। प्राणी उद्यान की कुल लागत 619 करोड़ रुपये होगी, जो स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बनेगा। पहले चरण में 34 पशुओं के बेड़े बनाए जाएंगे, जिसमें एशियाई शेर, हॉग डियर, मॉनिटर छिपकली, मगरमच्छ, घड़ियाल, और विभिन्न पक्षियों की प्रजातियाँ शामिल होंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्राणी उद्यान क्षेत्र में पर्यटन को नया impulso देगा, युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित करेगा, और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा। कांगड़ा की अद्वितीय सुंदरता और पर्यावरणीय अनुकूल अधोसंरचना इसे पर्यटन का प्रमुख केंद्र बना रही है, और राज्य सरकार की इको-टूरिज्म और सतत विकास के प्रति प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है।