एचआरटीसी (हिमाचल प्रदेश रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन) को बसों की कमी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि उसकी पुरानी बसें अब चलाने के योग्य नहीं रह गई हैं। अब 45 पुरानी बसों को कंडम किया जा रहा है, जिनकी नीलामी दीपावली के बाद की जाएगी।
पुरानी बसों की स्थिति
सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार, 15 साल पुरानी इन बसों को हटाया जा रहा है। एचआरटीसी के विभिन्न डिपो में ये बसें अभी भी सेवा में हैं, लेकिन अब इन्हें चलाना संभव नहीं हो रहा है। नीलामी के लिए योजना तैयार कर ली गई है, और इसकी औपचारिकताएं भी पूरी हो चुकी हैं।
बसों की कमी और नई खरीदारी की प्रक्रिया
हालांकि एचआरटीसी बसों की खरीद करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली है। निगम को उम्मीद है कि 327 नई बसें उसके बेड़े में शामिल होंगी, लेकिन इसके लिए कम से कम 4 से 6 महीने का समय लगेगा। वर्तमान में, निगम के पास 134 बसें 15 साल पुरानी हैं, जिनमें से अब केवल 45 बसें बची हैं।
नई बसों की खरीद में बाधाएं
एचआरटीसी ने इलेक्ट्रिक बसों और मिनी-मिडी बसों की खरीद के लिए टेंडर जारी कर दिए हैं, लेकिन प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हुई है। इसके अलावा, 24 वोल्वो बसों की खरीद भी चल रही है, लेकिन यह भी अभी अधर में है।