चआरटीसी ने कम आय वाले रूटों की स्थिति को सुधारने के लिए कंडक्टरों के तबादले की प्रक्रिया शुरू की है। जिन परिचालकों के रूट पर लगातार आमदनी कम है, उन्हें अन्य स्थानों पर ट्रांसफर किया जाएगा, और उनकी जगह उन कंडक्टरों को तैनात किया जाएगा जिनकी परफॉर्मेंस बेहतर रही है।
निगम ने पूरे प्रदेश में कम आय वाले रूटों पर नजर रखने और रोजाना उनकी आमदनी का आंकलन करने का निर्णय लिया है। एचआरटीसी प्रबंधन ने सख्त कदम उठाते हुए यह सुनिश्चित किया है कि रूट की आय में सुधार लाने के लिए कंडक्टरों और अधिकारियों दोनों को जिम्मेदारी का एहसास हो।
कंडक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि वे यात्रियों को आवाज लगाकर बसों में सवारियों को बुलाएं, जैसा कि प्राइवेट ऑपरेटर करते हैं। एचआरटीसी के कंडक्टरों को इस कार्य के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। साथ ही, उन्हें हर रोज अपना कैश समय पर जमा करने के लिए कहा गया है।
एचआरटीसी की योजना में सुधारात्मक कदम उठाने का लक्ष्य न केवल आय बढ़ाना है, बल्कि यात्रियों के अनुभव को भी बेहतर बनाना है। परिचालकों का व्यवहार अच्छा होना चाहिए, ताकि यात्री नियमित रूप से उनकी बसों का उपयोग करें।
निगम प्रबंधन ने सभी क्षेत्रीय और मंडलीय प्रबंधकों को निर्देश दिए हैं कि वे रूट की औसत आय का आंकलन करें और समय पर बसों के संचालन को सुनिश्चित करें। एचआरटीसी का यह कदम घाटे को कम करने और निगम को लाभ में लाने की दिशा में महत्वपूर्ण है।