प्रदेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों की मेहनत और सरकार के प्रोत्साहन से सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। मंडी जिला में किसानों ने सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती पद्धति को अपनाना शुरू कर दिया है, जिससे मक्की और अन्य फसलों की पैदावार में वृद्धि हुई है।
राज्य सरकार ने प्राकृतिक विधि से उगाई जाने वाली मक्की का न्यूनतम समर्थन मूल्य 30 रुपए निर्धारित किया है। इसके अंतर्गत, 431 किसानों को चिन्हित किया गया है, जिनसे कुल 65 मीट्रिक टन मक्की खरीदी जाएगी। विभिन्न खंडों में इस तरह की खरीद के लिए चार केंद्र स्थापित किए गए हैं: करसोग, चुराग, चैलचौक और सुंदरनगर।
उपायुक्त अपूर्व देवगन और आत्मा परियोजना के उप परियोजना निदेशक संजय ठाकुर ने किसानों की मेहनत और सरकार के सहयोग की सराहना की है, जिससे प्राकृतिक खेती को बढ़ावा मिल रहा है। इससे न केवल किसानों की आय में वृद्धि हो रही है, बल्कि क्षेत्र में कृषि स्थिरता भी आ रही है।