पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शांता कुमार ने हिमाचल प्रदेश के युवाओं के रोजगार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई है, भले ही उन्हें विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश के एक सपूत ने महाराष्ट्र में उद्योग जगत में अपनी पहचान बनाई और अब वह वापस आकर युवाओं को रोजगार दिलाने का सराहनीय कार्य कर रहे हैं। शांता कुमार के अनुसार, उनका विशेष अनुभव समुद्री जहाज उद्योग में है, जिससे वे सैकड़ों युवाओं को नौकरी दिलाने में सफल रहे हैं। अब वह मर्चेंट नेवी में हिमाचल की लड़कियों के लिए भी अवसर सृजित करने की कोशिश कर रहे हैं।
इसके अलावा, शांता कुमार ने प्रदेश सरकार से अपील की है कि वे युवाओं के कौशल विकास और रोजगार सृजन के लिए और अधिक पहल करें। उनका मानना है कि उद्योगपति और अनुभवी लोग अगर स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित करें, तो इससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि प्रदेश के विकास में भी तेजी आएगी। उन्होंने यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेश के पास अपार संभावनाएं हैं, और यदि सही दिशा में प्रयास किए जाएं, तो युवा सफल हो सकते हैं।