लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह की अध्यक्षता में आज शिमला में लोक निर्माण विभाग और सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (SJVNL) के बीच सुन्नी-लूहरी सड़क, एमडीआर-22 (घरट नाला-खैरा) और शिमला से मंडी, एमडीआर-76 (ढली-देवीधार) के विस्तारीकरण परियोजना से संबंधित 70 करोड़ रुपए का समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
विक्रमादित्य सिंह ने इस अवसर पर कहा कि यह दिन ऐतिहासिक है, क्योंकि इस समझौते से प्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में विकास के नए आयाम स्थापित होंगे। उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग दूरदराज के क्षेत्रों को सड़क सुविधा से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
मंत्री ने बताया कि अपने दिल्ली दौरे के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के सहयोग से उन्होंने पांच सड़क मार्गों को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की मांग केंद्र सरकार से की है, जिसमें सलापड़-तत्तापानी-सुन्नी-खैरा-लूहरी सड़क मार्ग भी शामिल है। इससे करसोग, आनी, कुमारसेन, रामपुर और किन्नौर क्षेत्र के लोग लाभान्वित होंगे।
यह सड़क विकासात्मक परियोजना न केवल आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि सामरिक महत्व के कारण भी आवश्यक है, क्योंकि यह चीन सीमा के निकट स्थित है। इस अवसर पर एसजेवीएनएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सुशील कुमार शर्मा ने शिमला ग्रामीण के सुन्नी और लूहरी क्षेत्र में चल रही परियोजनाओं की विस्तृत जानकारी दी।