भारत की राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने की संभावनाओं को एक बड़ा झटका लगा है, क्योंकि मेजबान शहर ग्लासगो ने 2026 में होने वाले खेलों से हॉकी, बैडमिंटन, कुश्ती, क्रिकेट और निशानेबाजी जैसे प्रमुख खेलों को हटा दिया है। अब केवल 10 खेलों को कार्यक्रम में शामिल किया गया है।
इसके अलावा, लागत को सीमित करने के लिए टेबल टेनिस, स्क्वाश और ट्रायथलॉन को भी बाहर रखा गया है। इस बदलाव से भारत की पदक संभावनाएं प्रभावित होंगी, क्योंकि देश ने इन खेलों में अधिकतर पदक जीते हैं।
नए कार्यक्रम में शामिल खेलों में एथलेटिक्स, तैराकी, कलात्मक जिमनास्टिक, ट्रैक साइक्लिंग, नेटबॉल, भारोत्तोलन, मुक्केबाजी और 3×3 बास्केटबॉल शामिल हैं। इन खेलों का आयोजन चार स्थलों पर किया जाएगा।
भारत ने बैडमिंटन में 10 स्वर्ण और निशानेबाजी में 135 पदक जीते हैं, जबकि कुश्ती में भी उसने शानदार प्रदर्शन किया है। हॉकी को हटाने का एक कारण यह भी है कि इसके दो सप्ताह बाद हॉकी विश्व कप का आयोजन होना है।
इस निर्णय ने भारतीय खिलाड़ियों और खेल प्रशंसकों के बीच निराशा की लहर दौड़ा दी है, क्योंकि इन खेलों से देश को कई पदक मिलने की उम्मीद थी।