प्रदेश की पंचायतों में बुधवार को आयोजित ग्राम सभा में लोगों ने हिमाचल प्रदेश को नशा मुक्त बनाने की शपथ ली। इस अवसर पर पंचायत प्रधान, उपप्रधान और अन्य प्रतिनिधियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
ग्राम सभा में नशा मुक्ति अभियान के अलावा, पंचायतों के विकास कार्यों और मनरेगा शेल्फ पर भी चर्चा की गई। इसके तहत कुल नौ एजेंडा पर विचार किया गया, जिसमें अंतरराष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस, वाटरशेड, स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण, जन योजना अभियान, मनरेगा, स्वच्छता पखवाड़ा, और एड्स के प्रति जागरूकता अभियान शामिल थे।
हालांकि, कई पंचायतों में कोरम पूरा न होने के कारण ग्राम सभा का आयोजन नहीं हो सका। डेटा विभाग द्वारा इस बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है। कुछ दूरदराज के लोग बैठक में नहीं पहुँच पाए, जबकि कई पंचायतों में हाजिरी नाम मात्र रही, जिससे चर्चाएँ प्रभावित हुईं।
इसके अलावा, ग्रामीणों ने पंचायत पर मनरेगा कार्यों को लेकर सवाल उठाए और अधूरे विकास कार्यों को जल्द पूरा करने की मांग की। यह सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय प्रतिनिधियों को सक्रिय रूप से समस्या समाधान की दिशा में कदम उठाने की आवश्यकता है।