केंद्रीय मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में होने वाली नॉर्थ जोन काउंसिल की बैठक में हिमाचल प्रदेश पड़ोसी राज्यों के साथ उलझे मामलों को उठाएगा। हिमाचल के जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और पंजाब के साथ कई मुद्दे चल रहे हैं, जिनमें बार्डर विवाद, नदियों के पानी का उपयोग, और औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में सड़कों के निर्माण से संबंधित मामले शामिल हैं।
इस बार नॉर्थ जोन काउंसिल की बैठक हरियाणा में होगी। पहले इसे चंडीगढ़ में बुलाई गई थी, लेकिन हरियाणा विधानसभा चुनाव के कारण इसे टाल दिया गया। अब बैठक की तैयारी के लिए स्टैंडिंग कमेटी की बैठक 21 अक्तूबर को चंडीगढ़ में होगी, जहां नॉर्थ जोन काउंसिल की रूपरेखा तय की जाएगी।
मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने बैठक की तैयारी के लिए अपने प्रशासनिक सचिवों के साथ चर्चा की है, ताकि हिमाचल का एजेंडा तैयार किया जा सके। उत्तरी राज्यों के मुख्य सचिव भी इस बैठक में भाग लेंगे और केंद्रीय गृह मंत्री की अध्यक्षता में कॉमन एजेंडा तय करेंगे।
इसके अलावा, हिमाचल के विश्वविद्यालयों के कुलपति तय करने के लिए 22 अक्तूबर को चंडीगढ़ में एक बैठक होगी। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में इस बैठक में राज्यपाल द्वारा नियुक्त सदस्य भी भाग लेंगे। इसमें हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला और कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कुलपतियों के चयन पर चर्चा की जा सकती है। राज्य सरकार इसी दिन कैबिनेट की बैठक भी बुलाने की तैयारी कर रही है, जिससे तारीख में परिवर्तन भी संभव है।