भाखड़ा नांगल बांध हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में स्थित एक प्रमुख जल विद्युत और सिंचाई परियोजना है। यह बांध सतलुज नदी पर स्थित है और इसकी ऊचाई 225.5 मीटर है, जो इसे दुनिया के सबसे ऊंचे गुरुत्वाकर्षण बांधों में से एक बनाता है। इसे भारतीय इंजीनियरिंग के एक अद्वितीय उदाहरण के रूप में देखा जाता है।
भाखड़ा नांगल बांध का निर्माण 1950 के दशक में किया गया था और इसे भारतीय इंजीनियर जी.एन. शंकर और उनकी टीम ने डिज़ाइन किया था। इसका मुख्य उद्देश्य सिंचाई और विद्युत उत्पादन करना था। यह बांध पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कई क्षेत्रों को सिंचाई पानी प्रदान करता है और साथ ही इसमें स्थित पनबिजली संयंत्र से बिजली भी उत्पन्न होती है, जो इन राज्यों के ऊर्जा संकट को कम करने में सहायक है।
यह बांध भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) द्वारा संचालित होता है, जो इसकी देखरेख करता है और सुनिश्चित करता है कि बांध से जुड़े सभी कार्य सही तरीके से चलें।