प्रदेश के सरकारी स्कूलों में तैनात शिक्षकों और विद्यार्थियों की हाजिरी अब मोबाइल ऐप के माध्यम से लगाने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि, इन आदेशों का पालन नहीं हो रहा है, जिसके चलते उच्च शिक्षा निदेशालय ने सख्त निर्देश जारी किए हैं। इसमें कहा गया है कि शिक्षकों को नियमित रूप से बायोमीट्रिक हाजिरी लगानी होगी। स्कूल के प्रधानाचार्यों को इस प्रक्रिया का अतिरिक्त जिम्मा दिया गया है, और उन्हें अपने मोबाइल फोन में उपस्थिति ऐप डाउनलोड करना होगा।
इस ऐप में हाजिरी का विकल्प मौजूद है, जिससे रोजाना शिक्षकों की उपस्थिति अपडेट की जाएगी। प्रधानाचार्य को बताना होगा कि कितने शिक्षक उपस्थित हैं, कितने अवकाश पर हैं, और कितने टूअर पर हैं। इसका डाटा एसएसए के राज्य परियोजना निदेशालय से ऑनलाइन मॉनिटर किया जाएगा, जिससे निदेशालय को यह जानकारी हर वक्त उपलब्ध रहेगी।
हालांकि, इस मोबाइल ऐप में कुछ दिक्कतें भी सामने आई हैं। हाजिरी सुबह के समय अपडेट की जाती है, लेकिन यदि कोई छात्र बीमार पड़ जाता है और आधे दिन में छुट्टी लेकर चला जाता है, तो उसकी हाजिरी को अपडेट करने का कोई विकल्प नहीं है। ऐसे मामलों में, छात्र को स्कूल के पोर्टल पर हाजिर ही माना जाता है, जिससे छेड़छाड़ की आशंका बढ़ जाती है। स्कूल प्रधानाचार्य इस प्रक्रिया को पूरी तरह से निदेशालय के अधीन करने की मांग कर चुके हैं, ताकि किसी भी प्रकार की अनियमितता से बचा जा सके।