धौलाधार पर्वतमाला, हिमाचल प्रदेश की कांगड़ा घाटी के उत्तरी किनारे पर स्थित एक शानदार और खूबसूरत पर्वतीय श्रृंखला है। इसका नाम “धौलाधार” संस्कृत शब्दों “धौला” (सफेद) और “धार” (शिखर) से लिया गया है, जो इसके बर्फ से ढके शिखरों को दर्शाता है। यह पर्वतमाला न केवल प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि ट्रैकिंग, पर्वतारोहण, और एडवेंचर गतिविधियों के लिए भी जाना जाता है।
ट्रैकिंग और रोमांच का केंद्र
धौलाधार पर्वतमाला ट्रैकिंग और रोमांच प्रेमियों के लिए एक प्रसिद्ध स्थल है। यहाँ त्रिउंड ट्रैक, इंद्रहार दर्रा, और करेर झील जैसे लोकप्रिय ट्रैकिंग मार्ग हैं, जो रोमांचक अनुभव प्रदान करते हैं। बर्फ से ढकी चोटियाँ और घने जंगल ट्रैकिंग को और भी रोमांचक बनाते हैं।
पशु-पक्षियों की विविधता
यह क्षेत्र जैव विविधता से भरपूर है। यहाँ तेंदुआ, काला भालू, और हिम तेंदुआ जैसे दुर्लभ जानवर पाए जाते हैं। इसके अलावा, पक्षी प्रेमियों को यहाँ हिमालयी मोनाल और अन्य पक्षी प्रजातियाँ देखने का मौका मिलता है।
सर्वश्रेष्ठ समय
धौलाधार पर्वतमाला की यात्रा के लिए अप्रैल से जून और सितंबर से नवंबर का समय सबसे अच्छा माना जाता है। इस दौरान मौसम सुहावना रहता है और पर्वतमाला की बर्फ से ढकी चोटियों का दृश्य अत्यधिक आकर्षक होता है।