जर्मनी के डसेलडोर्फ शहर में आयोजित मेडिकल एक्सपो ‘मेडिका-2024’ में जर्मन मेडिकल एक्सपोर्ट ग्रुप ने हिमाचल प्रदेश में एक मेडिकल टेक्नोलॉजी क्लस्टर स्थापित करने की योजना बनाई है। इस निर्णय की घोषणा जर्मन मेडिकल एक्सपोर्ट ग्रुप के अध्यक्ष फ्रेडहेल्म किंगेनबर्ग ने उद्योग मंत्री हर्षवर्धन सिंह चौहान की अध्यक्षता में हिमाचल से गए प्रतिनिधिमंडल के साथ की। उद्योग मंत्री ने जर्मन प्रतिनिधि को हिमाचल आने का आमंत्रण दिया, ताकि दोनों पक्ष इस परियोजना पर और चर्चा कर सकें।
इस मेडिकल एक्सपो के दौरान हिमाचल प्रतिनिधिमंडल ने जापान, कोरिया, इज़राइल, ताइवान, तुर्की और फ्रांस के डेलिगेशनों के साथ मुलाकात की। इन बैठकों में उद्योग मंत्री ने हिमाचल प्रदेश में स्थापित हो रहे मेडिकल डिवाइस पार्क और बल्क ड्रग पार्क में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की और इन देशों के प्रतिनिधियों को शिमला या दिल्ली में द्विपक्षीय मुलाकात के लिए आमंत्रित किया।
इस बातचीत में कई निवेशकों ने हिमाचल में मेडिकल सेक्टर से संबंधित मौजूदा इको सिस्टम को समझने के लिए राज्य में आने पर अपनी सहमति जताई है। इससे पहले, हिमाचल के प्रतिनिधिमंडल ने कई प्रमुख कंपनियों के साथ राउंड टेबल सत्र आयोजित किए थे, जिनमें शाहजहांनंद मेडिकल, एचआरएस नेवीगेशन, कोलो जेनेसिस हेल्थ केयर, रिंग नैनो सिस्टम्स, बेसिक हेल्थकेयर, लाइफलाइन बिज़, शगुन केयर्स, इंडियन सर्जिकल इक्विपमेंट कंपनी प्राइवेट लिमिटेड, मिडमार्क, कानम लेटेक्स, हिंदुस्तान सिरिंज एंड मेडिकल डिवाइसेज लिमिटेड, प्रीकोन मेडिटेक, एक्सलेंस मेडिकल टेक्नोलॉजी, और एजीज लाइफ साइंसेज जैसी कंपनियां शामिल थीं। इस प्रतिनिधिमंडल में चार कांग्रेस विधायक भुवनेश्वर गौड़, सुरेश कुमार, महेंद्र राजन और विनोद सल्तानपुरी भी शामिल थे।