शिमला। पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह और आयुष मंत्री यादविंदर गोमा ने नई हिमाचल भाजपा के नेताओं पर तीखा हमला करते हुए कहा कि भाजपा में ‘ईस्ट इंडिया कंपनी’ का प्रवेश हो चुका है। उनका आरोप था कि हर्ष महाजन, सुधीर शर्मा और राजेंद्र राणा ने पार्टी को अंदर से कब्जा कर लिया है और अब भाजपा इन नेताओं की गुलाम बन चुकी है। इन तीनों नेताओं का उद्देश्य जनसेवा नहीं, बल्कि धन की सेवा करना है।
यदि वे जनसेवक होते तो जनता के बीच से चुनकर आते, लेकिन मंत्री बनने के बाद वे दोबारा चुनाव में नहीं उतरे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल में भ्रष्टाचार पर रोक लगाई है, जिससे ये नेता परेशान हैं।
इसके अलावा, 1.36 लाख कर्मचारियों को ओपीएस की सुविधा प्रदान की गई है। हिमाचल प्रदेश दूध पर एमएसपी देने वाला पहला राज्य बना है, और गोबर से उगाई गई मकई और गेहूं को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जा रहा है। पिछली भाजपा सरकार ने पांच साल में केवल 20 हजार नौकरियां दी थीं, जिनमें से अधिकांश कोर्ट में फंसी हुई थीं, जबकि वर्तमान कांग्रेस सरकार ने 31 हजार नौकरियों के अवसर प्रदान किए हैं।