देशभर में जीएसटी फर्जीबाड़े का बड़ा खुलासा हुआ है, जिसमें हिमाचल प्रदेश में भी करीब 200 कंपनियां संलिप्त पाई गई हैं। केंद्रीय और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से इस फर्जीबाड़े के खिलाफ चलाए गए अभियान के बाद चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। विभाग ने अब इन कंपनियों की धरपकड़ के लिए अपनी जांच को और तेज कर दिया है।
हिमाचल प्रदेश में इस मामले का खुलासा सबसे पहले मार्च महीने में हुआ था, जब तीन फर्जी फर्मों का पता चला। इसके बाद लगातार जांच के दौरान आठ और नकली फर्में पकड़ी गईं, जिनमें से शुरुआती तीन फर्मों का संबंध गुजरात से था। इन कंपनियों का पता आधार कार्ड के माध्यम से लगाया गया।
आबकारी और कराधान विभाग का कहना है कि कंपनियों के फर्जीबाड़े के बारे में सभी तथ्य एकत्रित किए जा रहे हैं और केंद्र से प्राप्त जानकारी की दोबारा से जांच की जा रही है। विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और फर्जी कंपनियों के सरगनाओं तक पहुंचने के लिए उनकी पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान जमा किए गए दस्तावेजों जैसे आधार कार्ड और पैन कार्ड की जांच शुरू कर दी है।