उपमंडल भोरंज के अवाहदेवी मंदिर की पूर्व कमेटी के विवादित निर्णय के कारण मंदिर अब चर्चा में है। जानकारी के अनुसार, पूर्व मंदिर कमेटी ने माता के गहनों को गिरवी रखकर करीब पौने नौ लाख रुपए का ऋण लिया था। अब तक इस ऋण का 2.50 लाख रुपए बैंक में चुकता किया जा चुका है। माता के गहनों पर कर्ज लेने की वजह से भक्तों की श्रद्धा को गहरी ठेस पहुंची है। इस मुद्दे को लेकर भोरंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुरेश कुमार और नई मंदिर कमेटी के सदस्यों के बीच विशेष बैठक आयोजित की गई। बैठक में व्यापारियों और आसपास के गांवों के लोग भी शामिल हुए।
नई मंदिर कमेटी के अध्यक्ष रमेश गुलेरिया ने बताया कि पुरानी कमेटी ने बाबा बालकनाथ मंदिर के निर्माण के लिए माता के गहनों को गिरवी रखकर ऋण लिया था, और यह निर्णय सही नहीं था। उन्होंने कहा कि अब नई कमेटी एकमुश्त ऋण चुका कर माता के गहनों को छुड़ा रही है। विधायक सुरेश कुमार ने कहा कि अवाहदेवी माता का मंदिर भोरंज और धर्मपुर दोनों विधानसभा क्षेत्रों का प्रमुख धार्मिक केंद्र है। उन्होंने मंदिर कमेटी के कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए ऑडिट करवाने का आश्वासन दिया और कमेटी को गहनों पर लिए गए ऋण की शीघ्र वापसी करने का आदेश दिया। इसके साथ ही उन्होंने मंदिर कमेटी के विस्तार की आवश्यकता पर भी जोर दिया, ताकि भोरंज और धर्मपुर के विधायक और सांसद को इसमें नामित किया जा सके, जिससे कार्यों की निगरानी की जा सके। इस मौके पर मंदिर कमेटी के महासचिव ओम चंद, व्यापार मंडल अध्यक्ष विनोद कुमार, बीडीसी अनीता सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे।