हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तार के लिए भेजी गई 160 करोड़ रुपये की धनराशि में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। पहले 34 करोड़ और फिर 126 करोड़ रुपये की धनराशि केसीसी बैंक को जारी की गई थी, लेकिन बाद में इसे एक निजी बैंक में जमा करने का आदेश आया, जिससे प्रशासनिक और राजनीतिक हलकों में सवाल उठने लगे हैं।
आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि यदि यह धनराशि सरकारी बैंक में रहती, तो बैंक को प्रतिवर्ष लाखों रुपये का लाभ होता, लेकिन अब यह धनराशि निजी बैंक के खाते में जमा हो गई है। लोग हैरान हैं कि सरकार के अपने बैंक से पैसा निकालकर निजी बैंक में जमा करने का आदेश क्यों दिया गया। यह मामला अब राजनीतिक और प्रशासनिक चर्चाओं का विषय बन गया है।