कांगड़ा किला: ऐतिहासिक विरासत का प्रतीक
कांगड़ा किला, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित, भारत के सबसे प्राचीन और भव्य किलों में से एक है। यह किला अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता के लिए जाना जाता है। माना जाता है कि यह किला त्रिगर्त साम्राज्य के कटोच वंश द्वारा बनाया गया था, जिसका उल्लेख महाभारत में भी मिलता है।
भूगोल और वास्तुकला
यह किला बाणगंगा और मांझी नदियों के संगम पर स्थित है, जो इसे प्राकृतिक सुरक्षा प्रदान करता है। किले की वास्तुकला अद्भुत है और इसमें हिंदू और इस्लामिक शैलियों का प्रभाव देखने को मिलता है। इसके अंदर मंदिर, महल और जलाशय शामिल हैं, जो प्राचीन कला और संस्कृति की झलक प्रस्तुत करते हैं।
इतिहास और महत्व
किले ने कई युद्धों और आक्रमणों का सामना किया है। यह महमूद गजनवी, फिरोज शाह तुगलक और मुगलों के शासन के दौरान प्रमुख घटनाओं का गवाह बना। 1905 में आए भूकंप के कारण किले को भारी क्षति पहुंची, लेकिन इसके खंडहर आज भी इसकी भव्यता का प्रतीक हैं।
पर्यटन का केंद्र
कांगड़ा किला आज एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यहां आने वाले पर्यटक न केवल इसके ऐतिहासिक महत्व को जान पाते हैं, बल्कि इसकी प्राकृतिक सुंदरता का भी आनंद लेते हैं। किले से दिखने वाला नजारों का दृश्य और आसपास का शांत वातावरण इसे और आकर्षक बनाता है।