मंडी जिले के एक सरकारी स्कूल में तैनात एक शिक्षक पर अपनी ही बेटी की उम्र की छात्राओं से छेड़छाड़ करने के गंभीर आरोप लगे हैं। यह घटना बेहद दुखद और चिंताजनक है। एक शिक्षक, जो बच्चों को ज्ञान देने और उनका मार्गदर्शन करने के लिए जिम्मेदार होता है, ऐसा घिनौना कृत्य कैसे कर सकता है? यह सवाल सभी के मन में उठ रहा है।
प्रदेश में स्कूलों में छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। शिक्षा विभाग ने इन मामलों में कड़ी कार्रवाई करते हुए कई शिक्षकों को निलंबित भी किया है। लेकिन फिर भी, शिक्षा के मंदिरों में छात्राएं सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रही हैं।
इस मामले में, मंडी जिला के सज्याओपिपलू क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल के शास्त्री शिक्षक पर नौवीं और दसवीं कक्षा की छात्राओं से छेड़छाड़ करने का आरोप लगा है। छात्राओं और उनके अभिभावकों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ पोक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। शिक्षा विभाग ने भी आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया है और मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित की है।
यह घटना शिक्षा जगत के लिए एक कलंक है। हमें इस तरह के अपराधों को बर्दाश्त नहीं करना चाहिए। दोषी को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी ऐसा कृत्य करने की हिम्मत न कर सके।