हिमाचल प्रदेश सरकार ने सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (एसजेवीएनएल) को चेतावनी दी है कि यदि वह राज्य की ऊर्जा नीति का पालन करने में विफल रहता है, तो राज्य सरकार 210 मेगावाट लूहरी स्टेज-1, 382 मेगावाट सुन्नी और 66 मेगावाट धौलासिद्ध जलविद्युत परियोजनाओं को अपने अधीन ले लेगी। इसके लिए एसजेवीएनएल को 15 जनवरी, 2025 तक का समय दिया गया है।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने यह बात रामपुर में आयोजित चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय लवी मेले के समापन समारोह के दौरान कही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए प्रतिबद्धता जताई है, और इन दोनों क्षेत्रों में बेहतरी लाने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बैचवाइज 3000 शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी कर ली है और आने वाले समय में अन्य 3000 नियुक्तियां की जाएंगी।