ऊना जिले में शिक्षा सुधार के लिए एक अनूठी पहल शुरू की गई है। जिला प्रशासन के नेतृत्व में, उपायुक्त से लेकर विभिन्न विभागों के उच्च अधिकारियों ने 47 सरकारी स्कूलों को गोद लिया है। इस कार्यक्रम के तहत अधिकारी सप्ताह में एक दिन स्कूलों का दौरा करेंगे और बच्चों को पढ़ाएंगे।
‘अपना विद्यालय: द हिमाचल स्कूल अडॉप्शन प्रोग्राम’
इस पहल का उद्देश्य सरकारी स्कूलों के शैक्षणिक स्तर को सुधारना और बच्चों को प्रेरित करना है। अधिकारी स्कूलों में छात्रों को उनके पाठ्यक्रम से जुड़े विषय पढ़ाएंगे और जीवन में लक्ष्य निर्धारित करने तथा उन्हें हासिल करने के लिए प्रेरित करेंगे।
प्रमुख पहलू:
- साप्ताहिक कक्षाएं: अधिकारी सप्ताह में एक बार अडॉप्ट किए गए स्कूल में जाकर अपनी पसंद का विषय पढ़ाएंगे।
- प्रेरणा और मार्गदर्शन: बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ जीवन कौशल और लक्ष्य निर्धारण पर प्रेरित किया जाएगा।
- प्रथम चरण: उपायुक्त जतिन लाल और एसपी राकेश सिंह जैसे वरिष्ठ अधिकारी खुद कक्षाएं लेकर इस पहल की शुरुआत करेंगे।
अधिकारियों का स्कूल और जिम्मेदारी:
- उपायुक्त जतिन लाल: राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कन्या ऊना।
- एसपी राकेश सिंह: बहडाला स्कूल।
- जल शक्ति विभाग के नरेश धीमान: बढेड़ा स्कूल।
- विद्युत विभाग के बलराज संगर: दुलैहड़ स्कूल।
- अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल गुर्जर: थानाकलां स्कूल।
- अन्य अधिकारी भी अपने-अपने स्कूलों में इसी तरह कक्षाएं लेंगे।
उपायुक्त का बयान:
उपायुक्त जतिन लाल ने कहा कि ‘अपना विद्यालय’ प्रोग्राम के तहत अधिकारी बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ स्कूलों का निरीक्षण भी करेंगे। यह पहल शिक्षा में सुधार के साथ-साथ बच्चों के भविष्य को संवारने में मददगार साबित होगी।
सार्वजनिक प्रतिक्रिया:
इस अनूठी पहल की सभी ओर से सराहना हो रही है। इससे सरकारी स्कूलों के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और प्रेरणा मिलने की उम्मीद है।