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20 साल बाद परिवार से मिली साकम्मा: मंडी प्रशासन के प्रयासों से हुआ भावुक पुनर्मिलन

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कर्नाटक की साकम्मा 20 साल बाद हिमाचल प्रदेश के मंडी प्रशासन की मदद से अपने परिवार से मिलीं। मानसिक अस्वस्थता के कारण वह परिवार से बिछड़ गई थीं, लेकिन प्रशासन के प्रयास और सोशल मीडिया के समन्वय से उनका भावुक पुनर्मिलन संभव हो सका। यह घटना इंसानियत और सेवा भावना का बेहतरीन उदाहरण है।

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले से एक बेहद दिल छू लेने वाली खबर सामने आई है। कर्नाटक की रहने वाली साक, 20 वर्षों बाद अपने परिवार से reunite हो पाईं। यह घर वापसी मंडी प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों के अथक प्रयासों का नतीजा है।

घटना का पूरा विवरण:

साकम्मा, 20 साल पहले किसी कारणवश अपने परिवार से disconnected हो गई थीं। कर्नाटक से हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले तक पहुंचने के बाद, उन्होंने यहां एक अजनबी की तरह जीवन बिताया। इस दौरान वह मानसिक रूप से अस्वस्थ भी बताई गईं। साकम्मा ने न तो अपना नाम और न ही पते की कोई clear information दी, जिससे उनके परिवार को ढूंढ पाना मुश्किल हो गया।

प्रशासन की भूमिका:

मंडी प्रशासन ने साकम्मा के situation पर गौर किया और उनके परिवार को खोजने का बीड़ा उठाया। अधिकारियों ने उनकी मूल भाषा (native language) और अन्य जानकारियों का उपयोग करके उनके परिवार का पता लगाने का प्रयास किया। Social media campaigns और कर्नाटक प्रशासन के साथ coordination के माध्यम से उनके परिवार तक संपर्क साधा गया।

घर वापसी का भावुक क्षण:

जैसे ही साकम्मा के परिवार ने उनके alive होने की खबर सुनी, वे खुशी से झूम उठे। प्रशासन की मदद से साकम्मा को कर्नाटक स्थित उनके घर भेजा गया, जहां 20 साल बाद उनका परिवार से emotional reunion हुआ। यह मिलन इतना भावुक था कि सभी की आंखें नम हो गईं।

समाज के लिए प्रेरणा:

यह घटना प्रशासन और समाज के लिए एक प्रेरणा है कि अगर प्रयास genuine and consistent हों, तो बिछड़े हुए लोगों को उनके परिवार से मिलाया जा सकता है। मंडी प्रशासन के इन प्रयासों की commendation हो रही है, और यह साबित करता है कि humanity and

compassion से हर मुश्किल को हल किया जा सकता है।

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