मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा से सवाल करते हुए कहा कि अगर राज्य का ऋण सीमा 6200 करोड़ रुपए है, तो भाजपा के नेतृत्व वाली पूर्व सरकार ने कैसे 25,000 करोड़ रुपए का कर्ज लिया। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में वित्तीय स्थिति को बिगाड़ने और कर्ज में वृद्धि के लिए उनकी सरकार जिम्मेदार है।
सुक्खू ने यह सवाल उठाया कि भाजपा सरकार ने राज्य की वित्तीय स्थिति को इतना खराब क्यों किया, जबकि हिमाचल प्रदेश की कर्ज सीमा केवल 6200 करोड़ थी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने राज्य को कर्ज के जाल में फंसाया और राज्य की आर्थिक स्थिति को खराब किया।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार राज्य की वित्तीय स्थिति को सुधारने के लिए काम कर रही है और ऋण के बोझ को कम करने के उपायों पर विचार कर रही है। इस पर भाजपा की ओर से अभी तक कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई है।