वाटर टूरिज्म और एडवेंचर स्पोर्ट्स के क्षेत्र में सुक्खू सरकार द्वारा किए गए प्रयासों के तहत बिलासपुर को एक नई पहचान मिल रही है। उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक के नेतृत्व में बिलासपुर में पहली बार पैरासेलिंग बोट पहुंची है, जिसे गोबिंदसागर झील में ट्रायल के लिए उतारा गया है। झील में पैरासेलिंग गतिविधियों की शुरुआत के लिए जलस्तर की जांच की गई, और इसे शुरू करने के लिए दिल्ली की एक प्रमुख कंपनी से टाइअप किया गया है, जो पहले उत्तराखंड के टिहरी में अपनी सेवाएं दे चुकी है।
यह कंपनी अगले दो महीनों तक गोबिंदसागर झील में पैरासेलिंग का संचालन करेगी। पहले से ही झील में क्रूज और शिकारे जैसी गतिविधियां पर्यटकों को आकर्षित कर रही हैं, और अब पैरासेलिंग को जोड़ने से झील की लोकप्रियता और बढ़ेगी, जिससे बिलासपुर को जल रोमांच गतिविधियों का प्रमुख केंद्र बनने में मदद मिलेगी।
इस परियोजना से न केवल रोमांच प्रेमियों को आकर्षित किया जाएगा, बल्कि स्थानीय निवासियों के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। गोबिंदसागर एडवेंचर एंड वाटर स्पोर्ट्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि जलस्तर की जांच के बाद इस परियोजना को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इस पहल का उद्देश्य बिलासपुर को जल पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र बनाना है और गोबिंदसागर झील की प्राकृतिक सुंदरता और पर्यटन क्षमता को बढ़ावा देना है।