बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के गृहजिला बिलासपुर में आयोजित जश्न के दौरान सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लुहणू मैदान में भव्य मंच से छह नई योजनाओं की शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने अगले तीन साल में आत्मनिर्भर हिमाचल बनाने के संकल्प को और मजबूत किया। सीएम ने बताया कि 10 में से सात गारंटियां पूरी हो चुकी हैं, और बाकी को भी चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा। विपक्षी दल भाजपा को कड़ा संदेश देते हुए सुक्खू ने कहा कि जितने षड्यंत्र रच लो, अब हम सत्ता में नहीं आने देंगे।
इस समारोह को सरकार की उपलब्धियों का जश्न करार देते हुए सीएम ने भविष्य के बजट का भी संकल्प लिया, जो वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के विजन और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर आधारित होगा। सीएम ने केंद्र सरकार के भेदभावपूर्ण रवैये का भी विरोध किया और राज्य की जरूरतों की ओर ध्यान दिलाया। इस मौके पर कांग्रेस नेताओं ने भी भाजपा पर तगड़ा हमला किया और मुख्यमंत्री के साथ मिलकर पार्टी की ताकत का एहसास कराया।
सीएम ने छह नई योजनाओं की शुरुआत की, जो रोजगार और स्वरोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के साथ-साथ गरीबों, विधवाओं, निराश्रितों और दिव्यांगों के कल्याण के लिए लागू की गई हैं। उन्होंने कहा कि नड्डा बड़े पद पर होने के बावजूद प्रदेश के हितों की रक्षा नहीं कर सके। साथ ही, उन्होंने भाजपा नेताओं द्वारा टॉयलेट पर टैक्स लगाने के बयान पर चुटकी भी ली।
इस दौरान, कांग्रेस नेताओं ने बड़ी भीड़ जुटाकर अपनी ताकत दिखाई, जिससे मुख्यमंत्री ने जनता के अपार समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया। लुहणू मैदान में एक ओर शानदार सफलता के साथ सरकार ने अपने भविष्य के रोडमैप का स्पष्ट संकेत दिया।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के गृहजिला बिलासपुर में आयोजित इस कार्यक्रम ने कांग्रेस पार्टी की ताकत को भी बखूबी दर्शाया। लुहणू मैदान में हजारों की भीड़ जुटाकर कांग्रेस नेताओं ने न केवल एकजुटता का संदेश दिया, बल्कि विपक्षी भाजपा को कड़ी चुनौती भी पेश की। सीएम सुक्खू ने इस मौके पर कहा कि जनता के समर्थन से सरकार ने अपनी गारंटियों को पूरा किया है और आगामी तीन वर्षों में हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
इस दौरान सीएम ने केंद्र सरकार की नीतियों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि हिमाचल को उसके हक से वंचित किया गया है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि राज्य में आई बड़ी आपदा के बावजूद नड्डा ने प्रदेश के हितों के लिए कोई कदम नहीं उठाया। कांग्रेस नेताओं ने इस कार्यक्रम के माध्यम से बीजेपी के खिलाफ जन समर्थन का बड़ा संदेश दिया और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में पार्टी की आंतरिक एकजुटता और भविष्य के लिए तैयार योजनाओं का जोरदार प्रदर्शन किया।