हिमाचल प्रदेश का जीएसटी संग्रह नवंबर में अपने सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया, जिसमें 47% की अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की गई। 550.52 करोड़ रुपये का यह राजस्व न केवल राज्य की आर्थिक स्थिरता को दर्शाता है, बल्कि टैक्स अनुपालन और प्रशासनिक सुधारों की सफलता को भी उजागर करता है। यह वृद्धि व्यापार और औद्योगिक गतिविधियों में बढ़ोतरी का भी संकेत है।
यह उपलब्धि राज्य सरकार के वित्तीय प्रबंधन और डिजिटल टैक्स प्रणाली को अपनाने की दिशा में उठाए गए ठोस कदमों का परिणाम है। बढ़ते व्यापारिक लेनदेन और बेहतर अनुपालन ने हिमाचल को आर्थिक दृष्टि से और मजबूत बनाया है। जीएसटी संग्रह में यह बढ़ोतरी भविष्य में राज्य की विकास योजनाओं और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए नए अवसर प्रदान करेगी।